अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: भारत के हैदराबाद शहर में मजलिसे उल्माए हिंद और ऑल इंडिया सुन्नी सूफ़िया बोर्ड द्वारा आयोजित सालार जंग म्यूजियम में एकता के विषय पर इंटरनेशनल कॉफ़्रेंस का आयोजन किया गया,, जिसमें इस्लामी सम्प्रदायों को एक दूसरे से करीब करने वाली अंतर-राष्ट्रीय संस्था मजमए जहानी तक़रीब मज़ाहिबे इस्लामी के प्रमुख आयतुल्लाह शेख मोहसिन अराकी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। एकता सम्मेलन में पूरे भारत के उल्मा और विद्वानों के साथ ही अन्य देशों के सम्मानित मेहमानों ने भाग लिया जिनमें ईरान के पूर्व विदेश मंत्री मनूचेर मुत्तक़ी शामिल थे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए आयतुल्लाह मोहसिन अराकी ने कहा कि शहज़ादिए कौनैन हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) मज़हबों के बीच एकता की धुरी हैं। उन्होंने उलमा व बुद्धिजीवियों को सलाह दी कि इस्लामी राष्ट्र में एकता को मजबूत करने के लिए वह एकजुट हो जाएं। उन्होंने कहा कि मुसलमानों की आपसी एकता और सद्भाव बहुत बड़ी बरकत है। सम्मेलन में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विस्तृत भाषणों में मुसलमानों के मध्य एकता की महत्वता पर प्रकाश डाला।