अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन की तानाशाह हुकूमत ने क्रांतिकारी जनता पर अपने अत्याचारों को जारी रखते हुए ईरान में शेख़ आयतुल्लाह ईसा क़ासिम के प्रतिनिधि शेख अब्दुल्ला दक़ाक़ की नागरिकता को रद्द कर दिया है
एललोलो टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन की क्रिमिनल अदालतल ने शेख़ अब्दुल्लाह दक़ाक़ सहित दो अन्य नागरिकों अलक़सारा शाकिर हानी और अब्दुल अमीरुल अरादी की नागरिकता रद्द करने के बाद उन्हें 10 साल कैद मशक्कत की सजा सुनाई है
गौरतलब है आले खलीफा हुकूमत ने पिछले कुछ वर्षों में दर्जनों क्रांतिकारियों की नागरिकता रद्द करते हुए उन्हें देश से बाहर कर दिया है या सलाखों के पीछे भेज दिया है जिनमें उल्मा भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं मानवाधिकार संगठन ने घोषणा की है आले ख़लीफ़ा हुकूमत की ओर से इस देश के बाशिंदों की नागरिकता रद्द करना सरासर अत्याचार और मानवाधिकार का हनन है।