स्लामी कैलेंडर में से इबादत के महीने रजब के चाँद के दिखाई देते ही ईरान और भारत सहित विश्व भर में खुशी का माहौल दिखाई देने लगा है और लोग एक दूसरे को इस मुबारक महीने के आने पर और इस महीने की पहली तारीख़ को शियों के पाँचवें इमाम मुहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम की विलादत की मुबारकबाद दे रहे हैं
रजब महीने के आगमन पर ईरान के सभी छोटे, बड़े शहरों की मस्जिदों और इमामबाड़ों में सजावट, जश्न इबादत और दुआ के प्रोग्राम शुरू हो गए हैं हर ओर रौशनी और सजावट की गई है।
पहली रजब को इमाम मुहम्मद बाक़िर अ. की विलादत का दिन भी है आप पहली रजब सन् 57 हिजरी क़मरी को मदीना शहर में पैदा हुए आप की विलादत और रजब के आगमन का जश्न मशहद में इमाम रज़ा अ. को रौज़े में और क़ुम शहर में स्थित हज़रत मासूमा स. के रौज़े में जारी हैं इसके अतिरिक्त विभिन्न शहरों की मस्जिदों और इमामबाड़ों में भी ख़ुशियाँ मनाई जा रही हैं।