प्राप्त जानकारी के अनुसार इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीड़र आयतुल्लाह ख़ामेनई ने शहीदों के परिवार से भेंट करते हुए कहा कि शहादत एक खुदाई तोहफा है देश और जनता शहीदों के उपकार एंव ऐहसानों तले दबी हुई है। सुप्रीम लीडर ने अमेरिका की धमकियों का उल्लेख करते हुए कहा कि वह इस्लामी क्रांति के बाद से ही हमारे विरूध्द षड़यंत्र कर रहे हैं वह हमे कोई नुकसान नही पहुँचा सकते ईरान उनके अरमानों पर पानी फेर देता है। आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कहा कि इस्लामी क्रांति के बाद जब राष्ट्र नव निर्माण के दौर से गुज़र रहा था तब भी उन मे हमारे विरूध्द दुस्साहस की हिम्मत नही थी फिर आज तो हम एक शक्तिशाली राष्ट्र हैं। उन्होने अमेरिकी अधिकारियों की बयान बाजी पर कहा कि वह पिछले 38 सालों से यह काम कर रहे है । सुप्रीम लीडर ने कहा कि व्हाइट हाउस के अधिकारी नए और अनुभवहीन हैं जब उन्हें ठोकरें लगेंगी, वह मुंह की खाएंगे तो उन्हें अक़्ल आएगी कि ईरान और ईरान के अधिकारी एंव जनता क्या चीज़ हैं । अमेरिकी अधिकारी इस्लामी क्रांति के बाद से ही इस्लामी सत्ता प्रणाली में बदलाव लाने का षड्यंत्र कर रहे है लेकिन सब देख रहे हैं कि ईरान में सत्ता परिवर्तन का सपना देखने वाले अमेरिकी अधिकारी अपने अरमानों के साथ अपनी क़ब्रों में सो रहे हैं ।