हज़रत अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैं कि हज और उमरा करने वाला ख़ुदा का मेहमान है और ख़ुदा गुनाहों की माफ़ी की शक्ल में उसे तोहफ़ा देता है।
हज़रत अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैं कि हज और उमरा करने वाला ख़ुदा का मेहमान है और ख़ुदा गुनाहों की माफ़ी की शक्ल में उसे तोहफ़ा देता है।