यूनिसेफ़ का कहना है कि यमन में जारी अत्याचार के परिणाम स्वरुप अब तक 5 हज़ार बच्चे मारे जा चुके हैं, जबकि 18 लाख बच्चे कुपोषण के शिकार हैं....,
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबनाः प्राप्त सूत्रों के अनुसार यमन के ख़िलाफ़ सऊदी घेराबंदी व अत्याचार के कारण यमन के नागरिक बीमारियों से जूझ रहे हैं और मलेरिया जैसी बीमारियां तेज़ी के साथ पूरे देश में फैल रही हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि मलेरिया उन क्षेत्रों में जहां युद्ध का माहौल है तेज़ी के साथ फैल रहा है, विशेषकर इमरान प्रांत के क्षेत्र उस्मान में सैकड़ों यमनी शहरी इस बीमारी के शिकार हो चुके हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यमन में स्वास्थ्य समस्याएं बहुत अधिक बढ़ चुकी हैं, और सऊदी अरब के अत्याचार और घेराबंदी के कारण इस देश के पास स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए कोई साधन नहीं है।
यमन में डॉक्टरों का कहना है कि 2017 में मानवाधिकारों के विभिन्न संगठनों नें दस हज़ार से अधिक मलेरिया के मरीज़ों का इलाज किया।
दूसरी ओर यूनिसेफ़ का कहना है कि यमन में जारी अत्याचार के परिणाम स्वरुप अब तक 5 हज़ार बच्चे मारे जा चुके हैं, जबकि 18 लाख बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। यूनिसेफ़ की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अत्याचार के परिणाम स्वरुप 20 लाख बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, जबकि कई वर्षों से जारी युद्ध के कारण इस देश के बच्चे ना सिर्फ़ डरे हुए हैं बल्कि वह विभिन्न बीमारियों, ग़रीबी एवं कुपोषण के शिकार हैं।