तुर्की के राष्ट्रपति ने अमरीका को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे देर होने से पहले अपने धमकीपूर्ण व्यवहार को अलग रख देना चाहिए।
रजब तैयब अर्दोग़ान ने न्यूयाॅर्क टाइम्स में प्रकाशित होने वाले अपने एक लेख में अमरीका से कहा है कि वह तुर्की के संबंध में अपना व्यवहार बदल दे। उन्होंने लिखा है कि तुर्की ने अमरीका से अपने संबंधों को सुधारने के लिए एक समय निर्धारित किया है और अमरीकी अधिकारियों को तुर्की के संबंध में अपने ग़लत विचारों को समय रहते सुधार लेना चाहिए। तुर्क राष्ट्रपति ने कहा है कि अगर अमरीका ने तुर्की की चेतावनियों की अनदेखी की तो इसके बाद संकट का समाधान उसे अकेले ही करना होगा और उसे तुर्की से सहयोग की आशा नहीं रखनी चाहिए। रजब तैयब अर्दोग़ान ने अपने लेख में लिखा है कि एेसे समय में जब संसार में हर स्थान पर ख़तरे छिपे हुए हैं तुर्की के ख़िलाफ़ अमरीका का धमकी भरा व्यवहार स्वयं उसी के राष्ट्रीय हितों को नुक़सान पहुंचाएगा और मैं वाॅशिंग्टन के अधिकारियों को चेतावनी देता हूं कि वे समय रहते अपने व्यवहार को सुधार लें।
अर्दोग़ान ने लिखा है कि अगर अमरीका का यह धमकी भरा, एकतरफ़ा और अपमानजनक व्यवहार जारी रहा तो फिर तुर्की अपने लिए कोई दूसरा घटक खोजने पर मजबूर होगा। उन्होंने अमरीका की ओर से पीकेके की आर्थिक व सामरिक मदद को वाॅशिंग्टन-अन्कारा संबंधों पर वाइट हाउस का एक और प्रहार बताया और कहा कि हालिया बरसों में अमरीका ने पांच हज़ार ट्रक हथियार और दो हज़ार विमान भर कर वस्तुएं पीकेके और अन्य तुर्की विरोधी गुटों के दी हैं। उन्होंने लिखा है कि तुर्की की आपत्ति के बावजूद अमरीका यह काम जारी रखे हुए है और शर्म की बात यह है कि यह हथियार तुर्क जनता और सैनिकों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल हो रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति ने इसी तरह अपने देश में अमरीकी पादरी ब्रोन्सन की गिरफ़्तारी और उस पर वाइट हाउस की प्रतिक्रिया के बारे में कहा है कि अमरीकी अधिकारियों ने तुर्की की न्यायिक व्यवस्था के सम्मान के बजाए बड़ी निर्लज्जता से दो तुर्क मंत्रियों को प्रतिबंधित कर दिया कि जो पूरी तरह अस्वीकार्य है। अर्दोग़ान ने अंत में धमकी दी है कि अगर तुर्की के राष्ट्रीय हितों को किसी भी तरह का ख़तरा हुआ तो उसका जवाब सैन्य कार्यवाही से दिया जाएगा और अन्कारा अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए हर आवश्यक क़दम उठाएगा।