पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
हमने इस के पूर्व लेख मे इस बात का वर्णन किया था कि मानव के लिए तीन स्थितिया (प्रथमः अनुपस्थिति की ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल
हे कुमैल, अपने पेट को भोजन से पूर्ण नकरो पानी और श्वसन के लिए कुच्छ स्थान खाली रखो भोजन करना उस समय तक बंद ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
सूफ़ी आशिक़ और सूफ़ी मनुष्यो ने कुमैल की प्रार्थना को परिभाषित करते हुए दूसरी सभी प्रार्थनओ के बीच कुमैल ...
प्रियः पाठकों !हज़रत आदम (अ. स.) से लेकर पैग़म्बरे इस्लाम (स.) तक सभी नबियों (स.) के मक़सद को पूरा करने वाले, अल्लाह के आख़िरी वली हज़रत इमाम महदी (अ. स.)हैं उनकी ग़ैबत उनकी ज़िन्दगी ...
पवित्र क़ुरआन के सूरए आले इमरान में आया है कि अलिफ़ लाम मीम, अल्लाह जिसके अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है और वह सदैव जीवित है और हर वस्तु उसी की कृपा से स्थापित है। उसने आप पर वह ...
हमारे पाठकों ने हमसे हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) और फ़िदक के बारे बहुत से प्रश्न किए हैं जैसे कि फ़िदक का वास्तविक्ता क्या है? और क्या फ़िदक के बारे में सुन्नियों की किताबों में ...
कसीदाशाद हैं शब्बरो शब्बीर दिलावर पा करचूमती हैं लबो रुखसार बहन भी आ कर। या अली आपके जैसा है जो फिज़्ज़ा ने कहासजदाऐ रब के लिऐ बैठ गऐ घुटनो पर। बाँटो अम्मार मिठाई वा ...
इस साल पवित्र रमज़ान गर्मियों में पड़ा है। विश्व के बहुत से देशों में लोग भीषण गर्मी में रोज़े रख रहे हैं। निश्चित रूप से इस गर्मी में रोज़े का सवाब अर्थात पुण्य भी अधिक ...
करबला की घटना इतिहास की सीमित घटनाओं में से एक है और इतिहास की दूसरी घटनाओं में इसका एक विशेष स्थान है। यद्यपि कर्बला की घटना सन् ६१ हिजरी क़मरी की है परंतु १४ शताब्दियां ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
اَللَّهُمَّ إِنِّى أَسْأَلُكَ بِرَحْمَتِكَ الَّتِى وَسِعَتْ كُلَّ شَىْء
अल्लाहुम्मा इन्नी असअलोका बेराहमतेकल लति ...
हम यहा पर मोमिनों की तरफ़ से किये गए प्रश्नों और आयतुल्लाह सीस्तानी के उत्तर को बयान कर रहें हैं
प्रश्न
टेक्नालोजी की तरक़्क़ी और इन्टरनेट एवं सोशल नेटवर्क के कारण ...
हज़रत इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम का जीवन परिचयनाम व लक़ब (उपाधि)
हज़रत इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम का नाम मूसा व आपकी मुख्य उपाधियां काज़िम, बाबुल हवाइज व अब्दे सालेह हैं।माता ...
दुआ इबादत की रूह है। जो इबादत दुआ के साथ होती है वह प्रेम और परिज्ञान को उपहार स्वरूप लाती है। दुआ ऐसी आत्मिक स्थिति है कि जो इंसान और उसके जन्मदाता के बीच मोहब्बत एवं लगाव ...
क़ुरआन रब की ख़ास इनायत का नाम है।क़ुरआन नज़मो ज़बते शरीयत का नाम है।क़ुरआन एक ज़िंदा हक़ीक़त का नाम है।क़ुरआन ज़िंदगी की ज़रूरत का नाम है।क़ुरआन एक किताबे इलाही जहाँ ...
तारीख़ की वरक़ गरदानी से यह मालूम होता है कि इस अज़ीम ईद की इब्तेदा पैग़म्बरे अकरम (स) के ज़माने से हुई है। इसकी शुरुआत उस वक़्त हुई जब पैग़म्बरे अकरम (स) ने ग़दीर के सहरा में ...
सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी
बहुत संभव है कि किसी के दिमाग़ में यह प्रश्न उठे कि आख़िर क्यों चेहलुम के दिन इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़ियारत को इतना अधिक महत्व दिया गया ...
इस ग़ैबत के ज़माने की सब से बड़ी मुश्किल और परेशानी यह है कि शिया अपने मौला व आक़ा के दर्शन से वंचित हैं। ग़ैबत का ज़माना शुरु होने के बाद से उनके ज़हूर का इन्तेज़ार करने ...
हमारा अक़ीदह है कि क़ुरआने करीम के लिए सब से ख़तरनाक काम अपनी राय के मुताबिक़ तफ़्सीर करना है।इस्लामी रिवायात में जहाँ इस काम को गुनाहे कबीरा से ताबीर किया गया है वहीँ यह ...
हज़रत फातेमा मासूमा (अ.स) हज़रत इमाम सादिक़ (अ.स) की बेटीयो (फातेमा, ज़ैनब और उम्मेकुलसूम) से नकल करती है और इस हदीस की सनद का सिलसिला हज़रत ज़हरा (स.अ) पर खत्म होता हैः حدثتنی ...