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Wednesday 27th of November 2024
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अहले बैत (अ) क़ुरआन के आईने में

अहले बैत (अ) क़ुरआन के आईने में
  इस्लामी रिवायतों की बिना पर क़ुरआने मजीद की बे शुमार आयतें अहले बैत अलैहिम अस्सलाम के फ़ज़ाइल व मनाक़िब के गिर्द घूम रही हैं और इन्हीं मासूम हस्तियों के किरदार के ...

आशीषो को असंख्य होना

आशीषो को असंख्य होना
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान                                                                                 किताब का नाम: तोबा आग़ोशे रहमत   हम ध्यान पूवर्क क़ुरआन के एक छंद (आयत) से यह ...

शिया मुफ़स्सेरीन और उनके मुख़्तलिफ़ तबक़ात का तरीक़ ए कार

शिया मुफ़स्सेरीन और उनके मुख़्तलिफ़ तबक़ात का तरीक़ ए कार
जिन गिरोहों के मुतअल्लिक़ पहले ज़िक्र किया गया है कि वह अहले सुन्नत के तबक़ात के मुफ़स्सेरीन से ताअल्लुक़ रखते हैं और उन का तरीक़ ए कार एक ख़ास रविश पर मबनी है जो शुरु से ही ...

ख़ून की विजय

ख़ून की विजय
आज आशूर अर्थात दसवीं मुहर्रम है जो ऐसा दुखों भरा दिन है जिसका सामना करके इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके साथियों ने धर्म और मानवता की रक्षा की। अत्याचारी शासक का यज़ीद की ...

हज़रते क़ासिम बिन इमाम हसन अ स

हज़रते क़ासिम बिन इमाम हसन अ स
क़ासिम इमाम हसन बिन अली (अ) के बेटे थे और आप की माता का नाम “नरगिस” था मक़तल की पुस्तकों ने लिखा है कि आप एक सुंदर और ख़ूबसरत चेहरे वाले नौजवान थे और आपका चेहरा चंद्रमा की ...

बलात्कार रोकने के कुछ उपाय

बलात्कार रोकने के कुछ उपाय
भारत में जो क्राइम इस समय सबसे ज़्यादा हो रहा है वह है बलात्कार व सामूहिक बलात्कार। वर्तमान में इसका ग्राफ चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया है। इसे रोकने के लिये तरह तरह के उपाय ...

ज़ियारते अरबईन की अहमियत

ज़ियारते अरबईन की अहमियत
इमाम हसन असकरी (अ) ने फ़रमायाः पाँच चीज़ें मोमिन और शियों की निशानी हैं1. 51 रकअत नमाज़ (रोज़ाना की नमाज़ें, नाफ़ेला और नमाज़े शब)2. ज़ियारते अरबईन इमाम हुसैन (चेहलुम के दिन की ...

क्या क़ुरआन दस्तूर है?

क्या क़ुरआन दस्तूर है?
वाज़ेह रहना चाहिये के जिस तरह क़ुरआन आम किताबों की तरह की किताब नही है। इसी तरह आम दसातीर की तरह का दस्तूर भी नही है। दस्तूर का मौजूदा तसव्वुर क़ुरआन मजीद पर किसी तरह सादिक़ ...

एक और साल बीत गया

एक और साल बीत गया
दुआएं हार गयीं और वक़्त जीत गया तेरे फ़ेराक़ में एक और साल बीत गया  शाबान की पंद्रहवीं तारीख़ थी और शाबान का चांद अपनी आधी यात्रा पूरी कर चुका था। चांद बादलों में छिपने ही ...

सीरिया से भाग रहे हैं दाइश के आतंकवादी।

सीरिया से भाग रहे हैं दाइश के आतंकवादी।
अबनाः आईएसआईएल के आतंकवादी बड़ी संख्या में सीरिया से इराक़ के नैनवा प्रांत की ओर भाग रहे हैं।समाचारिक सूत्रों का कहना है कि आईएसआईएल के आतंकवादी अन्य आतंकी गुटों के ...

अगर ज़ैनब न होतीं....?

अगर ज़ैनब न होतीं....?
  क़ामूसुल लोग़त नामी पुस्कत में आया है कि ज़ैनब शब्द की अस्ल “ज़ैन अब” बताई गई है है। यानी अपने पिता का सम्मान और ज़ीनत, सारे इतिहासकारों ने लिखा है कि ज़िब्रईल यह नाम ...

इमाम अली (अ) की ख़िलाफ़त के लिये पैग़म्बरे अकरम (स) की तदबीरें

इमाम अली (अ) की ख़िलाफ़त के लिये पैग़म्बरे अकरम (स) की तदबीरें
क़ारेईने केराम, हमने यह अर्ज़ किया है कि पैग़म्बरे अकरम (स) को अपना जानशीन और ख़लीफ़ा मुअय्यन करना चाहिये, लिहाज़ा ख़लीफ़ा को मुअय्यन करना शूरा पर छोड़ देने वाला नज़रिया ...

इमाम हुसैन(अ)के क़ियाम की वजह

इमाम हुसैन(अ)के क़ियाम की वजह
हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अपने ज़माने की हुकूमत के ख़िलाफ़ जो क़ियाम किया, उसकी बहुत सी वजहें हैं। लेकिन हम यहाँ पर उनमें से सिर्फ़ ख़ास ख़ास वजहों का ही ज़िक्र कर ...

अमीरुल मोमिनीन अ. स.

अमीरुल मोमिनीन अ. स.
नाम व उपाधियाँआपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।माता पिताआपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत अब्दुल ...

आत्महत्या

आत्महत्या
आत्महत्या भी इस ज़माने के समाजी समस्याओं में सबसे ऊपर है, आज हिन्दुस्तान ही में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोग आत्महत्या कर रहे हैं, और जान जैसी क़ीमती चीज़ ख़ुद अपने हाथों ...

त्वचा

त्वचा
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान   मानव शरीर की त्वचा भी बहुत लाभदायक है जिन मे से कुच्छ की ओर संकेत किया करते है। 1- त्वचा मे बहुत महीन महीन ...

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 11

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 11
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान   हे कुमैल, आदिल इमाम के बिना (अर्थात इमाम की अनुमति के) जंग और जेहाद नही है एंव सामुहिक रूप मे नमाज़ पढ़ने मे ...

ज़ुहूर कब

ज़ुहूर कब
जिस वक़्त ज़ुहूर की बातें होती हैं तो इंसान के दिल में एक बहुत सुन्दर एहसास पैदा होता है जैसे वह नहर के किनारे किसी हरे भरे बाग में बैठा हुआ है और मधुर स्वर बुलबुलों की आवाज़ ...

मोमिन और पाखंडी में फ़र्क़

मोमिन और पाखंडी में फ़र्क़
मोमिन पहले सलाम करता है जबकि मुनाफ़िक़ कहता हैः मुझे सलाम किया जाएः पैग़म्बरे इस्लाम लोगों में इज़्ज़त व शोहरत पाने का तरीक़ा जो लोगों के बीच इज़्ज़त व शोहरत चाहता है उसे ...

वहाबियों और सुन्नियों में फ़र्क़।

वहाबियों और सुन्नियों में फ़र्क़।
बहुत सारे जवानों के दिमाग़ में यह सवाल बार बार आता है और अधिकतर हमारे सामने यह सवाल आता भी है कि सुन्नियों और वहाबियों के बीच क्या फ़र्क़ है, क्या सच में वहाबियत नाम का कोई ...