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Monday 25th of November 2024
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इमाम ज़ैनुल-आबेदीन अलैहिस्सलाम

इमाम ज़ैनुल-आबेदीन अलैहिस्सलाम
वर्ष ३८ हिज़री क़मरी ५ शाबान को पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के पौत्र इमाम अली बिन हुसैन पैदा हुए जिनकी एक उपाधि सज्जाद भी है। हज़रत इमाम हुसैन ...

काबे का तवाफ करना बहुत बड़ी इबादत है।

काबे का तवाफ करना बहुत बड़ी इबादत है।
अलफ्रेड वेगनर एक जर्मन साइंसदां था जिसने 1915 में पहली बार दुनिया के सामने एक थ्योरी पेश की कि सभी महाद्वीप (Continents) वक्त के साथ अपनी जगह से खिसक रहे हैं। और करोड़ों साल पहले ये सब ...

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम
माता पिताहज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे।जन्म तिथि व जन्म ...

दुआए तवस्सुल

दुआए तवस्सुल
हिमायत / शिफ़ा'अत मांगनाशेख़ अबू जाफर  तुसी अपनी किताब मिस्बाह में फरमाते हैं  की इमाम हसन-बिन-अल-अस्करी (अ:स) ने यह दुआ अबू मुहम्मद के आग्रह पर उस समय लिखी जब उन्हों ने ...

जन्नत

जन्नत
 जन्नत एक नेमत है इंसान बड़ी ज़हमतों के बाद उसका मालिक बनता है। सिर्फ़ किसी ख़ास कौम व क़बीले या ख़ास मज़हब से जुड़ने की बुनियाद पर जन्नत हासिल नहीं होती है। अल्लामा ...

अज़ादारी और इसका फ़लसफ़ा

अज़ादारी और इसका फ़लसफ़ा
हमारा अक़ीदह है कि शोहदा-ए- इस्लाम मख़सूसन शोहदा-ए-कर्बला के लिए अज़ादारी बरपा करना, इस्लाम की बक़ा के लिए उनकी जाफ़िशानी व उनकी याद को ज़िन्दा रखने का ज़रिया है। इसी वजह से ...

शहादते इमामे मूसा काज़िम

शहादते इमामे मूसा काज़िम
इमामे हफतुमी मूसीए काज़िम दिलबरे ज़हरावसीए सादिके आले नबी को ज़हर से मारामुकय्यद सत्तरह साल आप ज़िन्दा में रहे पैहममगर शिकवा बजुज़ जिक्रे खुदा लब तक नहीं आयानमाज़े पढ़ता था ...

इस्लाम में औरत का मुकाम: एक झलक

इस्लाम में औरत का मुकाम: एक झलक
इस्लाम को लेकर यह गलतफहमी है और फैलाई जाती है कि इस्लाम में औरत को कमतर समझा जाता है। सच्चाई इसके उलट है। हम इस्लाम का अध्ययन करें तो पता चलता है कि इस्लाम ने महिला को चौदह ...

रिवायात मे प्रार्थना 5

रिवायात मे प्रार्थना 5
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान                            किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल   इमाम सादिक (अलैहिस्सलाम) से रिवायत है: ( ۔۔۔ فَاِذَا نَزَلَ البَلَاءُ فَعَلَیکُم بِالدُّعَاءِ وَ ...

वेद और पुराण में भी है मुहम्मद सल्ल. के आने की भविष्यवाणी

वेद और पुराण में भी है मुहम्मद सल्ल. के आने की भविष्यवाणी
शायद आप यह बात जानकर हैरत करें लेकिन सच्चाई यही है कि वेदों और पुराणों में पैगम्बर मुहम्मद सल्ल. के आगमन से बरसों पहले उनके आने की भविष्यवाणी की गई है। मुहम्मद सल्ल0 अरब में ...

जहन्नम

जहन्नम
क़यामत में उठाये जाने के बाद कुफ़्फ़ार व मुनाफ़ेक़ीन और गुनाह गार जहन्नम में जायेगें। जहन्नम के अज़ाब और मुसीबतों का मुक़ाबला दुनिया की मुसीबतों से नही किया जा ...

आज यह आवश्यक है की आदरनीय पैगम्बर मुहम्मद साहिब के सही किरदार को पेश किया जाए.

आज यह आवश्यक है की आदरनीय पैगम्बर मुहम्मद साहिब के सही किरदार को पेश किया जाए.
आज जबकि मानव समाज आध्यात्मिक पतन की ओर उनमुख है। तथा असदाचारिता, असत्यता ,छल, कपट, द्वेष, भोग विलासिता तथा अमानवियता चारों ओर व्याप्त है। इस पतन को रोकने के लिए अति आवश्यक है ...

इमाम हुसैन अ. के कितने भाई कर्बला में शहीद हुए।

इमाम हुसैन अ. के कितने भाई कर्बला में शहीद हुए।
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: कर्बला में जिन नेक और अच्छे इंसानों ने सह़ी और कामयाब रास्ते को अपनाया और अपने ज़माने के इमाम के नेतृत्व में बुरे लोगों के मुक़ाबले, अपनी ख़ुशी ...

ख़ुशी और प्रसन्नता के महत्त्व

ख़ुशी और प्रसन्नता के महत्त्व
  ख़ुशियां मनुष्य को दुख दर्द और परेशानियों से मुक्त करती हैं। जो व्यक्ति भी स्वयं से कष्ट और दुख दर्दों को दूर करना चाहता है उसे इस बात की कदापि अनुमति नहीं देना चाहिए कि ...

चाँद और सूरज की शादी

चाँद और सूरज की शादी
दूसरी हिजरी क़मरी के ज़िलहिज महीने की पहली तारीख़ को इमाम अली और हज़रत फ़ातेमा का विवाह बहुत ही साधारण ढंग से संपन्न हुआ। हालांकि यह एक साधारण सा विवाह था किंतु आने वाली ...

इमामे अली (अ) इंसाने कामिल

इमामे अली (अ) इंसाने कामिल
दुनिया के तक़रीबन तमाम मकातिबे फ़िक्र में इंसाने कामिल का तसव्वुर पाया जाता है और सबने ज़माने क़दीम से लेकर आज तक इस मौज़ू के बारे में बहस की है फ़लसफ़ी मकातिब हों या ...

आशूरा के असरात

आशूरा के असरात
आशूरा के वाक़ेया ने इंक़ेलाब बरपा कर दिया, ग़फ़लत की नींद में पड़े हुए लापरवाह लोगों को बेदार कर दिया, मुर्दा ज़मीर इंसानों को ज़िन्दा कर दिया, मज़लूमियत और इँसानियत की ...

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 10

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 10
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान हे कुमैल, नमाज़ पढ़ो रोज़ा रखो अथवा दान करो यह कार्य नही है बलकि कार्य यह कि तुम्हारी नमाज़ हृदय की पवित्रता ...

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 5

कुमैल को अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) की वसीयत 5
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान   हे कुमैल, प्रत्येक वर्ग के कुच्छ लोग दूसरे लोगो से बौद्धिक रूप से ऊपर होते है; बस गिरे हुए मानव के संघ जिराह ...

पवित्र रमज़ान भाग-2

पवित्र रमज़ान भाग-2
रोज़े के बहुत अधिक शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ हैं। इस्लाम के महापुरूषों ने रोज़े को शरीर को स्वास्थ्य प्रदान करने वाला, आत्मा को सुदृढ़ करने वाला, पाश्विक प्रवृत्ति को ...