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Monday 25th of November 2024
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दुआए अहद

दुआए अहद
इमाम जाफर अल-सादिक़ (अ:स) से नकल हुआ है की जो शख्स चालीस रोज़ तक हर सुबह इस दुआए अहद तो पढ़े तो वोह इमाम (अ:त:फ) के मददगारों में से होगा और अगर वो इमाम (अ:स) के ज़हूर के पहले मर जाता है ...

इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) के शागिर्द

इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) के शागिर्द
पैग़म्बरे इस्लाम (स.अ.व.व) की तरह हमारे आइम्मा अलैहिमुस्सलाम भी लोगों की तालीमो तर्बियत मे हमेशा कोशीश करते रहते थे। आइम्मा अलैहिमुस्सलाम का तरीकाऐ तालीम और तरबियत को ...

दुआ-ए-सनमी क़ुरैश

दुआ-ए-सनमी क़ुरैश
इब्ने अब्बास बयान करते हैं कि एक रात मैं मस्जिदे रसूल में गया ताकि नमाज़े शब वहीं अदा करू ,चुनॉचे मैंने हज़रते अमीरूलमोमिनीन (अ.स.) को नमाज़ में मशग़ूल देखा ,एक गोशे में बैठकर ...

संभव वस्तु और कारक

संभव वस्तु और कारक
हर निर्भर अस्तित्व या संभव अस्तित्व को कारक की आवश्यकता होती है और इस इस सिद्धान्त से कोई भी अस्तित्व बाहर नहीं है किंतु चूंकि ईश्वर का अस्तित्व इस प्रकार का अर्थात संभव व ...

आशूरा का रोज़ा

आशूरा का रोज़ा
जैसे ही नवासा ए रसूल (स) हज़रत इमाम हुसैन (अ) के क़याम व शहादत का महीना, मोहर्रम शुरु होता है वैसे ही एक ख़ास सोच के लोग इस याद और तज़करे को कमरंग करने की कोशिशें शुरु कर देते ...

दुआए अहद

दुआए अहद
इमाम जाफर अल-सादिक़ (अ:स) से नकल हुआ है की जो शख्स चालीस रोज़ तक हर सुबह इस दुआए अहद तो पढ़े तो वोह इमाम (अ:त:फ) के मददगारों में से होगा और अगर वो इमाम (अ:स) के ज़हूर के पहले मर जाता है ...

अज़ादारी रस्म (परम्परा) या इबादत

अज़ादारी रस्म (परम्परा) या इबादत
आमपौर पर (अधिकतर) हमारी ज़बानों से एक वाक्य सुनने को मिलता है रवासिमे अज़ा (रीतियाँ) मरासिमे अज़ा (प्रथाऐं) जिसका अर्थ हर वह कार्य होता है जिसका सम्बन्ध अज़ादारी से ...

घर परीवार और बच्चे-२

घर परीवार और बच्चे-२
पालन-पोषण की परिभाषा के दृष्टिगत हर तरह के लालन पालन को पालन-पोषण नहीं कहा जा सकता। यूं तो जानवर भी अपने बच्चों का लालन पालन करते हैं, उनकी ज़रूरतों की आपूर्ति करते हैं और ...

जनाबे उम्मुल बनीन स.अ

जनाबे उम्मुल बनीन स.अ
जनाबे उम्मुल बनीन हज़रत अब्बास अ.स की माँ थीं कि जो कूफ़ा या उसके आस पास के इलाक़े मे पैदा हुईं।  असली नाम आप का असली नाम फ़ातिमा-ए-कलाबिया था।  माता पिता जनाबे उम्मुल ...

শিশু ইমাম তাকি (আ.)'র অলৌকিক জ্ঞানে সবাই স্তম্ভিত

শিশু ইমাম তাকি (আ.)'র অলৌকিক জ্ঞানে সবাই স্তম্ভিত
জিলক্বদ মাসের শেষ দিন বিশ্বনবী হযরত মুহাম্মাদ (সা.)'র পবিত্র আহলে বাইতের সদস্য হযরত ইমাম জাওয়াদ (আ.)'র শাহাদত বার্ষিকী। ২৩০ হিজরির এই দিনে ইমাম জাওয়াদ (আ.) শাহাদত বরণ ...

एकता मुसलमानों की प्रगति रेखा

एकता मुसलमानों की प्रगति रेखा
वास्तव में हम मुसलमानों को क्या हो गया है?। बहुत आश्चर्य की बात है कि हम सारे मुसलमान एक अल्लाह की इबादत करते हैं, एक पैग़म्बर को मानते हैं, एक ही किताब पर ईमान रखते हैं तथा ...

जनाब अब्बास अलैहिस्सलाम का संक्षिप्त जीवन परिचय।

जनाब अब्बास अलैहिस्सलाम का संक्षिप्त जीवन परिचय।
4 शाबान 26 हिजरी को मदीना में हज़रत अमीरूल मोमेनीन और उम्मुल बनीन के नामवर बेटे जनाबे अब्बास अलैहिस्सलाम का शुभजन्म हुआ। आपकी माँ हेज़ाम बिन खालिद की बेटी थीं, उनका परिवार ...

20 सफ़र करबला के शहीदो का चेहलुम

20 सफ़र करबला के शहीदो का चेहलुम
२० सफर सन् ६१ हिजरी कमरी, वह दिन है जिस दिन हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफादार साथियों को कर्बला में शहीद हुए चालिस दिन हुआ था। पूरी सृष्टि चालिस दिन से हज़रत इमाम ...

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात
(1) इमाम अली रज़ा (अ.स) की शहादत के बाद मुखतलिफ शहरो से 80 ओलामा और दानिशमंद हज करने के लिये मक्का रवाना हुए। वो सफर के दौरान मदीना भी गए , ताकि इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) की ज़ियारत भी ...

रहबर है मुस्तुफा

रहबर है मुस्तुफा
इंसानियत के हादीओ रहबर है मुस्तुफादरयाए मारेफत के शनावर है मुस्तुफाखत्मे रसुल है खास्साऐ दावर है मुस्तुफामौलाए जा है शाफाऐ महशर है मुस्तुफाखल्लाक़े दोजहाँ ने इन्हे ...

क़ुरआन और इल्म

क़ुरआन और इल्म
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीमक़ुरआन और इल्म क़ुरआन और इल्म के रिश्ते को समझने के लिए इतना काफ़ी है कि क़ुरआन आलमें इंसानियत की रहबरी के लिए आया है और आलमे इंसानियत का कमाल ...

ईश्वरीय वाणी-९

ईश्वरीय वाणी-९
  सूरे माएदा की आयत संख्या 27 से 31 धरती पर पहले मनुष्य व पहले ईश्वरीय दूत हज़रत आदम और उनके दो बेटों में से एक के दूसरे के हाथों क़त्ल किए जाने की घटना की ओर संकेत करती है। आयत ...

हज़रत मोहसिन की शहादत

हज़रत मोहसिन की शहादत
शिया और सुन्नी स्रोतों में मौजूद ऐतिहासिक दस्तावेज़ों से पता चलता है कि हज़रत मोहसिन इमाम अली (अ.) और हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स.) की संतान थे जो दूसरे ख़लीफ़ा उमर या क़ुनफ़ुज़ ...

हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस।

हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस।
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: शेख मुफीद ने लिखा है कि अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम मक्के में मस्जिदुल हराम के अंदर जुमे के दिन 13 रजब को पैदा हुए आपके अलावा न कोई और ...

नज़र अंदाज़ करना

नज़र अंदाज़ करना
  बे अहमीयत चीज़ों से लापरवाही बरतते हुए उन्हे नज़र अंदाज़ करके अपनी शख़्सियत की हिफ़ाज़त करें। क्यों नज़र अंदाज़ करना चाहिये?   समाजी ज़िन्दगी और घरेलू ज़िन्दगी में ...