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Sunday 7th of July 2024
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हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम

हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम
नाम आपका नामे नामी अली इब्ने हुसैन था।  उपनाम आपका लक़ब अकबर था।  माता पिता हज़रत अली अकबर अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते ...

इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम

इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधियाँ हादी व नक़ी हैं। माता पिताआपके पिता हज़रत इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम व आपकी माता ...

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)
हज़रत मासूमा का पहली जिल्क़ादा साल 173 हिजरी मे मदीने मे जन्म हुआ.कुरान समाचार (iqna)  इस्फहान शाखा के मुताबिक़ मासूमा ने 1 ज़िल्कादा साल 173 हिजरी मदीने मे आँख खोली,और 10 ...

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा उम्महातुल मोमिनीन की नज़र में

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा उम्महातुल मोमिनीन की नज़र में
ख़ुदावन्दे आलम ने बज़्मे इंसानी के अंदर हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम से बेहतर किसी को ख़ल्क नहीं फरमाया। आप सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम ...

इमाम अली की ख़ामोशी

इमाम अली की ख़ामोशी
आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे कि जब खि़लाफ़त इमाम अ़ली का हक़ था तो क्यु आपने पैग़म्बर के स्वर्गवास के बाद अपने हक़ को अबूबकर, उस्मान या उमर से लेने की कोशिश नहीं की?इस सवाल के ...

शबे क़द्र का महत्व और उसकी बरकतें।

शबे क़द्र का महत्व और उसकी बरकतें।
अबनाः इमाम मोहम्मद बाक़िर फ़रमाते हैंः शबे क़द्र वह रात है जो हर साल रमज़ानु मुबारक की आख़री तारीखों में आती है जिसमें न केवल क़ुरआन नाज़िल हुआ है बल्कि अल्लाह तआला ने इस ...

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)

हज़रत फातिमा मासूमा (अ)
हज़रत मासूमा का पहली जिल्क़ादा साल 173 हिजरी मे मदीने मे जन्म हुआ.कुरान समाचार (iqna)  इस्फहान शाखा के मुताबिक़ मासूमा ने 1 ज़िल्कादा साल 173 हिजरी मदीने मे आँख खोली,और 10 ...

जौशन सग़ीर का तर्जमा

जौशन सग़ीर का तर्जमा
कुछ ख़ास मोअतबर किताबों में दुआए जौशन सग़ीर का ज़िक्र जौशन कबीर से ज़्यादा शरह के साथ आया है. कफ़'अमी ने किताब "बलदुल अमीन" के हाशिये में फ़रमाया है की यह बहु बुलंद मर्तबा और ...

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के ज़माने के राजनीतिक हालात का वर्णन

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के ज़माने के राजनीतिक हालात का वर्णन
इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की इमामत वाला जीवन बीस साल का था जिसको हम तीन भागों में बांट सकते हैं।1. पहले दस साल हारून के ज़माने में2. दूसरे पाँच साल अमीन की ख़िलाफ़त के ज़माने में3. ...

हज़रत मासूमा

हज़रत मासूमा
सर्वसमर्थ व महान ईश्वर से निकट होने का एक मार्ग पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम और उनके पवित्र परिजनों से प्रेम है। पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व ...

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?
अकसर लोगों के दरमियान सवाल उठता है कि अगर अब्बासी खि़लाफ़त एक ग़ासिब हुकूमत थी तो आखि़र हमारे आठवें इमाम ने इस हुकूमत में मामून रशीद ख़लिफ़ा की वली अहदी या या उत्तरधिकारिता ...

फ़िदक और हज़रत फ़ातेमा ज़हरा

फ़िदक और हज़रत फ़ातेमा ज़हरा
हमारे पाठकों ने हमसे हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) और फ़िदक के बारे बहुत से प्रश्न किए हैं जैसे कि फ़िदक का वास्तविक्ता क्या है? और क्या फ़िदक के बारे में सुन्नियों की किताबों में ...

आयते बल्लिग़ की तफ़सीर में हज़रत अली (अ) की शान में फ़रीक़ैन के तरीक़ों से बयान होने वाली रिवायात

आयते बल्लिग़ की तफ़सीर में हज़रत अली (अ) की शान में फ़रीक़ैन के तरीक़ों से बयान होने वाली रिवायात
रिवायात की छानबीनक़ारिये मोहतरम, अब हम यहाँ पर आयते बल्लिग़ की तफ़सीर में हज़रत अली (अ) की शान में फ़रीक़ैन के तरीक़ों से बयान होने वाली रिवायात की तरफ़ इशारा करते हैं:1. अबू ...

इमाम अली की ख़ामोशी

इमाम अली की ख़ामोशी
आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे कि जब खि़लाफ़त इमाम अ़ली का हक़ था तो क्यु आपने पैग़म्बर के स्वर्गवास के बाद अपने हक़ को अबूबकर, उस्मान या उमर से लेने की कोशिश नहीं की?इस सवाल के ...

हक़ीक़ते इमामत

हक़ीक़ते इमामत
इमामत तन्हा ज़ाहिरी तौर पर हुकूमत करने का मंसब नही है बल्कि यह एक बहुत बलन्दो बाला रूहानी व मअनवी मंसब है। हुकूमते इस्लामी की रहबरी के इलावा दीनो दुनिया के तमाम उमूर में ...

हज़रत अबुतालिब अलैहिस्सलाम

हज़रत अबुतालिब अलैहिस्सलाम
असली नाम हज़रत अबुतालिब अलैहिस्सलाम का अस्ल नाम इमरान व अबुतालिब आपकी कुन्नीयत थी।  माता पिता हज़रत अबुतालिब अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत अब्दुल मुत्तलिब व आपकी ...

हज़रत ज़ैनब

हज़रत ज़ैनब
असर दुआ को मिला है जनाबे ज़ैनब से बहुत क़रीब ख़ुदा है जनाबे ज़ैनब से   अली की बेटी ने कलमे की आबरू रख ली सदाए सल्ले अला है जनाबे ज़ैनब से   ज़माना लाख बुझाए बुझ नहीं सकता ...

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के चरित्र के कुछ पहलू।

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के चरित्र के कुछ पहलू।
नेअमत का शुक्रमुआविया बिन वहब कहते हैं: मैं मदीना में हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के साथ था, आप अपनी सवारी पर सवार थे, अचानक सवारी से उतर गए, हम बाजार जाने का इरादा ...

शहादते इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम

शहादते इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम
इस्लामी इतिहास एसी हस्तियों के अस्तिव के सुसज्जित व भरा पड़ा है जो न केवल अपने काल बल्कि समस्त कालों और पीढियों के लिए सर्वोत्तम आदर्श हैं और इन हस्तियों में सर्वोपरि ...

असबाबे जावेदानी ए आशूरा

असबाबे जावेदानी ए आशूरा
यूँ तो ख़िलक़ते आलम व आदम से लेकर आज तक इस रुए ज़मीन पर हमेशा नित नये हवादिस व वक़ायए रुनुमा होते रहे हैं और चश्मे फ़लक भी इस बात पर गवाह है कि उन हवादिस में बहुत से ऐसे हादसे ...