इंटरनेशनल ग्रुप: मिस्र की राजधानी काहिरा में अदालत ने सात ईसाईयों को अपमानजनक फिल्म "निर्दोष मुसलमानों" की भागीदारी में दोषी पाने के कारण मौत की सजा सुनाई.
ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) वेबसाइट «20minutes»के अनुसार, काहिरा में अदालत ने "न्यायाधीश सैफ़ुन्नस्र सुलैमान, की अध्यक्षता में सात कॉप्टिकों और"टेरी जोन्स" पवित्र कुरान का अपमान करने वाले पाद्रीनुमा को पवित्र पैगंबर (स.व.)की शान में अपमानजनक फिल्म बनाने में भागीदारी के कारण उनकी अनुपस्थिति में कार्वाई और मौत की सजा सुनाई.
जारी किए गए आदेश अनुसार,यह लोग इस्लामी मुक़द्दसात का अपमान करने तथा सामाजिक सुरक्षा को भंग करने और झूठी राय प्रकाशन द्वारा जनता के जडहनों को परेशान करने के कारण मौत की सजा सुनाई गई है.
यह आदेश इन न्यायाधीशों ", न्यायाधीश सैफ़ुन्नस्र सुलैमान की अध्यक्षता और "मोहम्मद आमिर जादू" व "हसन इस्माइल हसन" कोर्ट के प्रमुख " और "खालिद जिया" सरकार के उच्च सुरक्षा कोर्ट के अध्यक्ष, की उपस्थित में जारी हुआ.
रिपोर्ट के अनुसार, बेसल की जेल सजा अपमानजनक फिल्म के कारण नहीं थी बल्कि उसके जेल से पिछले रिलीज की शर्तों के उल्लंघन के कारण है.source : http://iqna.ir/