प्राप्त जानकारी के अनुसार सूडान के प्रोफ़ेसर ताज उस्मान ने सऊदी अरब के दोग़लेपन और धर्म की आड़ में सूडानी फ़ौज को यमन युद्ध में झौंकने से नाराज़ होकर एक के बाद एक कई ट्वीट किये । उन्होंने कहा कि सऊदी मुफ़्ती मानव तस्कर के सामान हैं जो लोगो और सूडानी फ़ौज को मक्का और मदीना की हिफाज़त की आड़ में स्वर्ग का सपना दिखाते हैं तथा खुद नजफ़ और तेहरान से दोस्ती गांठने की जुगत में हैं । संभव है कि जल्द ही क़तर के विरुद्ध गठबंधन में ईरान को सम्मिलित कर लिया जाये तथा मुस्लिम ब्रदरहुड और तुर्की के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए एक गठबंधन बने और ईरान के विरुद्ध बोले जाने वाले राफ्ज़ी , मजूसी जैसे शब्दों का प्रचलन बंद हो और फिर कभी यह शब्द बोलने वालों को सजा भी भुगतनी पड़े । ताज ने लिखा कि खुदा का शुक्र है कि सऊदी अरब के निफ़ाक़ और दोग़लेपन की पोल खुल गई है सऊदी अरब ने अपने सबसे मूलयवान और फायदेमंद पड़ोसियों में ईरान को सबसे पहले पायदान पर रखा है ।