पुस्तक का नामः पश्चताप दया का आलंगन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
घमंड तथा अहंकार से समबंधित रिवायत मे अध्ययन करते हैः
عَن حَكيم قَالَ : سَأَلْتُ أبَا عَبدِاللهِ (عليه السلام) عَن اَدْنَى الاِلْحادِ ، فَقالَ : اِنَّ الكِبْرَ أَدْناهُ
अन हकीमिन क़ालाः साअलतो अबाअबदिल्लाहे (अलैहिस्सलाम) अन अदनल इलहादे, फ़क़ालाः इन्नल किबरा अदनाहो[१]
हकीम ने कहाः इमाम सादिक़ (अलैहिस्सलाम) से नास्तिकता की न्यूनतम श्रेणी से समबंधित प्रश्न कियाः इमाम सादिक़ (अलैहिस्सलाम) ने उत्तर दियाः कि नास्तिकता की न्यूनतम श्रेणी घमंड एवं अहंकार है।
हुसैन पुत्र अबि आला कहता हैः कि मैने छठे इमाम (अलैहिस्सलाम) से सुना हैः
الكِبْرُ قَدْ يَكُونُ فِى شِرارِ النّاسِ مِنْ كُلِّ جِنْس وَالْكِبْرُ رِداءُ اللهِ فَمَنْ نَازَعَ اللهَ عَزَّ وَجَلَّ رِدَاءَهُ لَمْ يَزِدْهُ اللهُ اِلاَّ سَفالا . . .
अलकिबरो क़द यकूनो फ़ी शेरारिन्नासे मिन कुल्ले जिनसिन वल किबरो रिदाउल्लाहे फ़मन नाज़ाअल्लाहा अज़्ज़ा वजल्ला रेदाअहू लमयज़िदहुल्लाहो इल्ला सफ़ाला ...[२]
सबसे बुरा मनुष्य घमंडी है चाहे वह किसी भी जाति का हो, घमंड ईश्वर का हक़ है, जो व्यक्ति परमेश्वर के इस अधिकार को अपने लिए समझता है परमेश्वर उस व्यक्ति को ज़लील कर देता है।
जारी