भारत की सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने आरएसएस को देश का दुश्मन बताया है।
मार्केंडेय काटजू ने कहा कि आरएसएस के सदस्य, मुसलमानों और ईसाइयों के कट्टर दुश्मन हैं। जस्टिस काटजू ने आरएसएस की विचारधारा के बारे में कहा कि मैंने आरएसएस के कई सदस्यों से बात की है। वे सभी मुसलमानों और ईसाइयों के कट्टर दुश्मन हैं। काटजू ने लिखा है कि मैं आरएसएस के जिन कार्यकर्ताओं से मिला वे मुसलमानों और ईसाईयों को शैतान मानते हैं। काटजू ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि आरएसएस और मुस्लिम लीग एक सिक्के के दो पहलू हैं।
काटजू ने भारतीय जनता पार्टी के बारे में कहा कि यह पार्टी पूरी तरह से आरएसएस के दबाव में काम करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के ज्यादातर शीर्ष नेता, दशकों से आरएसएस के सदस्य रहे हैं। काटजू ने कहा कि आरएसएस का निर्माण ब्रिटिश राज के काल में हुआ था और इस संगठन का काम ब्रिटिश के एजेंट के तौर पर, फूट डालो और राज करो की उनकी नीति को बढ़ावा देना था।
source : abna