लखनऊ में शिया समुदाय के लोगों ने सऊदी अरब, अमरीका व इस्राईल के विरुद्ध प्रदर्शन किया है।
सऊदी अरब के वरिष्ठ शीया धर्मगुरु आयतुल्लाह बाक़िर अल-निम्र को दी गयी फ़ांसी की सज़ा और सऊदी अरब के यमन पर हमलों तथा दो दिन पूर्व पाकिस्तान के कराची शहर में इसमाईली शीयों पर हुए हमले के ख़िलाफ़ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ की ऐतिहासिक आसफ़ी मस्जिद में शीया समुदाय ने नमाज़े जुमा के बाद ज़ोरदार प्रदर्शन किया और अमरीका व इस्राईल के राष्ट्र ध्वजों को जलाया। मजलिसे उल्माये हिन्द की तरफ़ से वरिष्ठ शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जवाद के नेतृत्व में होने वाले इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया जिनमें धर्मगुरू, बुद्धिजीवी और अन्य तबक़ों के लोग शामिल थे। प्रदर्शन के दौरान सऊदी अरब के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शैख़ निम्र की रिहाई की मांग की गई, सऊदी नरेश शाह सलमान की तसवीर जलाई गई और यमन पर हमले बंद करने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मजलिसे उल्माये हिन्द के महासचिव और लखनऊ के इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नक़वी ने कहा कि पूरी दुनिया में शियों के खिलाफ़ षड़यंत्र हो रहे हैं और शियों का नरसंहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कराची में जिस संगठन के आतंकवादियों ने इस्माईली शियों को बर्बरता का लक्ष्य बनाया वह आईएसआईएल का समर्थक है। मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि अफ़सोस की बात है कि अब भी इस आतंकी संगठन का समर्थन हो रहा है जबकि उसका असली चेहरा सबके सामने आ चुका है। लखनऊ के इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद ने आगे कहा कि सच्चाई यह है कि सऊदी अरब, अमरीका और इस्राईल की ग़ुलामी कर रहा है। सऊदी मुल्लाओं के फ़तवे भी विश्व शक्तियों के इशारों पर आते हैं और उन जो लोग सऊदी अरब की खाते हैं वे उसकी इस्लाम विरोधी हरकतों पर भी चुप रहते हैं क्योंकि उन्हें सऊदी के ही गुण गाने हैं।
इस प्रदर्शन में लखनऊ के अनेक धर्मगुरुओं ने भी भाग लिया जिनमें मौलाना रज़ा हुसैन,मौलाना अमीर हैदर, मौलाना तसनीम मेहदी, मौलाना फ़ीरोज़ हुसैन, मौलाना हसन जाफ़र, मौलाना ज़व्वार हुसैन, मौलाना शबाब हैदर शामिल थे। इसी प्रकार बड़ी संख्या में नमाज़ियों ने भी प्रदर्शन में भाग लिया।
source : abna