शैख़ुल इस्लाम ने कहा है कि क़ुद्स दिवस की रैलियों में भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है।
ईरान की संसद में अंतर्राष्ट्रीय मामलों के सलाहकार ने विश्व क़ुद्स दिवस की रैलियों में व्यापक स्तर पर शिरकत को विश्व साम्राज्य और ज़ायोनी शासन के षड्यंत्रों से निपटने के लिए बहुत महत्वपूर्ण तत्व बताया है।
संवाददाता के अनुसार हुसैन शैख़ुल इस्लाम ने कहा कि विश्व साम्राज्यवाद और ज़ायोनीवाद, फ़िलिस्तीन के विषय को इस्लामी जगत की प्राथमिकताओं से निकालना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि क़ुद्स दिवस की रैलियों के कारण क़ुद्स का मुद्दा, इस्लामी जगत की प्राथमिकताओं में बना हुआ है। उन्होंने ज़ायोनियों के षड्यंत्रों से निपटने के संबंध में क्षेत्रीय देशों की होशियारी पर बल दिया। हुसैन शैख़ुल इस्लाम ने कहा कि इस होशियारी के दृष्टिगत ज़ायोनियों की नील से फ़ुरात तक के क्षेत्र के अतिग्रहण की योजना अब व्यवहारिक नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि इस समय इस्राईल, फ़िलिस्तीन की अतिग्रहित भूमि को बचाने की कोशिश में लगा हुआ है।
ईरानी संसद में अंतर्राष्ट्रीय मामलों के सलाहकार ने इस्लामी क्रान्ति के संस्थापक द्वारा पवित्र रमज़ान के अंतिम जुमे को विश्व क़ुद्स दिवस घोषित किए जाने की ओर इशारा किया और कहा कि यह संघर्ष अब भी जारी है कि जिसके एक ओर ज़ायोनी शासन और अमरीका हैं तो दूसरी ओर प्रतिरोध का ध्रुव है। उन्होंने कहा कि आज यही संघर्ष यमन में भी जारी है।
source : abna