भारत के मणिपुर विधानसभा में कल कुछ विधेयकों को पारित किए जाने के बाद चूड़ाचंदपुर ज़िले में भड़की हिंसा में चार लोग मारे गए और 13 अन्य घायल हो गए जिसके बाद प्रशासन ने शहर में अनिश्चितकाल कर्फ्यू लगा दिया है।
सूत्रों के अनुसार, राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई जिसमें राज्य सरकार के एक मंत्री, एक सांसद और पांच विधायकों के मकानों में बीती शाम चूड़ाचंदपुर जिले में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। चूड़ाचंदपुर शहर में आज तीन शव बरामद हुए, जबकि एक जला हुआ शव हेंगलप के विधायक मंगा वेईफेई के आवास के मलबे से पाया गया।
मणिपुर के मूल लोगों के संरक्षण के लिए कल विधानसभा में तीन विधेयक पारित किए जाने के कुछ ही घंटे बाद यह हिंसा भड़की।
पुलिस ने आज दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है। स्थिति के मद्देनजर कल शाम से चूड़ाचंदपुर शहर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया था। उन्होंने बताया कि मणिपुर विधानसभा में कुछ विधेयकों को पारित करने के खिलाफ पर्वतीय ज़िलों में प्रदर्शन को लेकर तीन आदिवासी छात्र संगठनों ने कल 12 घंटे के बंद का आहवान किया था। कल की आगजनी के पीछे इन्हीं संगठनों का हाथ होने का संदेह जताया गया है।
विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों में मणिपुर के लोगों का संरक्षण विधेयक 2015, मणिपुर भूमि राजस्व और भू सुधार विधेयक 2015 और मणिपुर दुकान एवं प्रतिष्ठान विधेयक 2015 शामिल हैं। (AK)
source : irib.ir