भारत के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू और इमामे जुमा लखनऊ मौलाना सय्यद कल्बे जवाद ने दादरी हत्याकांड पर हो रही राजनीती की कड़ी निंदा की है।
मौलाना कल्बे जवाद ने एक बयान जारी कर उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र की बीजेपी सरकार को दादरी में हुई मोहम्मद अख़लाक़ की हृद्यविदारक हत्या का ज़िम्मेदार बताया है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के कैबीनेट मंत्री मोहम्मद आज़म खां पर भी टिपण्णी करते हुए कहा कि आज़म खां द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ की बात मुसलमानों को केवल बेवक़ूफ बनाना है, जो बेहद अफ़सोसनाक है।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार और विशेष कर अपने को मुसलमानों का हितैषी बताने वाले आज तक मुजफ़्फ़रनगर से लेकर दादरी तक के आरोपियों को सज़ा नहीं दिलवा सके हैं, जबकी बातें बड़ी बड़ी करते हैं।
उन्होंने कहा कि जबकि आज़म खां अपने व्यक्तिगत मामलों में तुरंत कार्यावाही करवाते हैं, मौलाना ने कहा कि प्रदेश में इनकी सरकार है पुलिस प्रशासन इनका है तो फिर दादरी के दोषियों को सज़ा देने में इतना इंतेज़ार किस बात का।
इमामे जुमा लखनऊ ने कहा कि आज जब इस्राईल फ़िलिस्तीनियों का और अमरीका इराक़ियों का क़त्ले आम कर रहा है और संयुक्त राष्ट्र संघ केवल मूकदर्शक बना हुआ है तो ऐसे में संयुक्त राष्ट्र संघ को पत्र लिखना केवल मुसलमानों को बेवक़ूफ़ बनाना है।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि यूपी सरकार और विशेष कर मुसलमानों के झूठे हितैषी आज़म खां केवल देश के मुसमलानों को गुमरह कर रहे हैं।
भारत के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू ने कहा कि देश का मुसलमान जागरूक है और आज़म खां जैसे लोगों की राजनीतिक चालों को भलिभांति जानता है, प्रदेश की जनता जानती है कि समाजवादी पार्टी का असली चेहरा क्या है।
मौलाना ने देश के मुसलमानों से शांति की अपील करते हुए कहा है कि हम अपने असली दुश्मनों को पहचानें और उन लोगों से होशियार रहें जो केवल हमें अपने वोट के लिए इस्तेमाल करते हैं, उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश की समाजवादी सरकार मुसलमानों की हमदर्द है तो बयान बाज़ी बंद करे और दादरी तथा मुज़फ़्फ़रनगर के दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी से कड़ी कार्यावाही करे। (RZ)
source : irib