यमनी सेना ने सऊदी अरब के सीमावर्ती क्षेत्र नजरान और जीज़ान में सऊदी सैन्य छावनियों पर कई हमले किए हैं।
यमन की वेबसाइट अलअहद का कहना है कि यमनी सेना के तोपख़ाने ने असीर क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल की कमान की इमारत पर गोले बरसाये जिसके बाद सैनिक इमारत छोड़कर भागते दिखाई दिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले के बाद सेना ने उक्त छावनी पर नियंत्रण कर लिया और कई सैनिकों को बंदी बना लिया तथा भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद ज़ब्त किया।
यमनी सेना ने इसी प्रकार सऊदी अरब के काफ़ी अंदर मौजूद दसियों सैन्य छावनियों पर नियंत्रण बनाये रखा जबकि सऊदी अरब की सेना, यमनी सेना से इन छावनियों को छुड़ाने में बुरी तरह विफल रही है।
उधर यमनी सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल शरफ़ लुक़मान ने कहा है कि क्षितिज पर विजय के लक्षण साफ़ दिखाई देने लगे हैं। उनका कहना था कि यमनी सेना बहुत जल्द कुछ चौंका देने वाले क़दम उठाएगी जिससे यमन की जनता को सुकून मिलेगा। उनका कहना था कि संयुक्त अरब इमारात और सऊदी अरब के षड्यंत्र बढ़ते जा रहे हैं और इसका प्रबल प्रमाण पूर्व प्रधानमंत्री ख़ालिद बहाह पर जान लेवा हमला था।
यमनी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि दुश्मन की सेना यह समझ रही थी कि वह बड़ी सरलता से मआरिब में घुस जाएगी और चौबीस घंटे के भीतर उनका सनआ पर नियंत्रण हो जाएगा किन्तु उनकी सारी योजनाओं पर पानी फिर गया।
उन्होंने बाबुल मंदब जल डमरू मध्य की ताज़ा स्थिति के बारे में कहा कि विदेशी सेनाएं वहां तक नहीं पहुंच सकी हैं और दुश्मन का एक युद्धपोत मीज़ाइल हमले के दो घंटे के बाद डूब कर तबाह हो गया। उनका कहना था कि यह हमला पहला हमला नहीं है बल्कि यह इस प्रकार का तीसरा हमला था और अब दुश्मन के युद्धपोत दूरस्थ क्षेत्रों में खड़े हैं। (AK)
source : irib