एलाज करने वाली कल्याणकारी संस्था मेडिकल विदाउट बोर्डर्ज़ या मेडिसिन्स सैन्स फ़्रन्टियर्ज़ ने पश्चिमोत्तरी यमन पर उसके अस्पताल पर सऊदी अरब के हालिया हवाई हमले का संतोषजनक स्पष्टीकरण मांगा है।
पेरिस में गुरुवार को मेडिकल विदाउट बोर्डर्ज़ या मेडिसिन्स सैन्स फ़्रन्टियर्ज़ की कार्णकारिणी प्रमुख इज़ाबेल डिफ़ॉर्नी ने कहा कि यमन में इस अस्पताल पर सऊदी अरब ने हवाई हमला किया है और इस बारे में किसी शक की कोई गुंजाइश नहीं है।
उन्होंने कहा कि पेरिस स्थित मेडिकल विदाउट बोर्डर्ज़ या मेडिसिन्स सैन्स फ़्रन्टियर्ज़ की मांग है कि रियाज़ इस बमबारी की बात को स्वीकार करे, इस पर स्पष्टीकरण दे और मानवीय सहायता पहुंचाने पर प्रतिबद्धता दिखाए।
सऊदी अरब ने बुधवार को इस बात से इंकार किया था कि उसके युद्धक विमानों ने 26 अक्तूबर को पश्चिमोत्तरी यनम के सअदा प्रांत में एमएसएफ़ के अस्पताल पर बमबारी की है।
मेडिकल विदाउट बोर्डर्ज़ या मेडिसिन्स सैन्स फ़्रन्टियर्ज़ की आपात कार्यवाही टीम के प्रमुख लॉरेन सूरी ने कहा कि इस संस्था के अस्पताल पर पांच या छह हवाई हमले हुए और वह पूरी तरह तबाह हो गया। ख़ुशक़िस्मती से कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि वहां मौजूद लोग समय रहते बाहर निकलने में सफल रहे।
सऊदी अरब के हवाई हमले युद्ध अपराध
28 अक्तूबर को एम्नेस्टी इंटरनेश्नल ने एमएसएफ़ के अस्पताल पर सऊदी अरब के युद्धक विमानों के हमलों की भर्त्सना करते हुए इसे युद्ध अपराध बताया था।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी यमन के पश्चिमोत्तरी प्रांत सअदा में एमएसएफ़ के अस्पताल पर सऊदी हवाई हमलों की भर्तस्ना की थी।
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रवक्ता स्टीफ़न डुजैरिक ने कहा कि महासचिव बान की मून ने जवाबदेही को यक़ीनी बनाने के लिए तुरंत निष्पक्ष व प्रभावी जांच की मांग की है।
ज्ञात रहे यमन पर सऊदी अरब और उसके घटकों का अतिक्रमण 26 मार्च से जारी है। सऊदी अरब के अतिक्रमण पर अमरीका और यूरोपीय संघ ख़ामोश बैठे हैं। सऊदी अरब के हमलों में अब तक लगभग 7000 बेगुनाह यमनी नागरिक मारे गए और 14000 के क़रीब घायल हुए हैं। (MAQ/N)
source : irib