बिहार में चुनाव लड़ रहे महागठबंधन (जेडीयू, कांग्रेस, आरजेडी) के नेता शुक्रवार को अमित शाह की शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंचे। अमित शाह ने गुरुवार को एक सभा में कहा था कि अगर बिहार में महागठबंधन जीतता है तो सबसे ज्यादा ख़ुशी जेल में बैठे मोहम्मद शहाबुद्दीन को होगी और राजग हारती है तो परिणाम पटना में निकलेंगे लेकिन पटाख़े पाकिस्तान में फूटेंगे।
चुनाव आयुक्त से मिलने के बाद जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि यह बयान बिहार के दलितों और पिछड़ों का अपमान है। शाह के बयानों से तनाव बढ़ रहा है। लिहाज़ा उन्हें प्रचार करने से रोका जाना जरूरी है।
उधर माकपा पोलित ब्यरो सदस्य वृंदा करात ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का बिहार में भाजपा की हार पर पाकिस्तान में पटाख़ा फुटने संबंधित बयान, सांप्रदायिकता का चरम है। श्री शाह को पटाख़ा फुटते देखने के लिये मतगणना के दिन पटना में रहना चाहिये।
दूसरी ओर कांग्रेस ने शाह के बयान पर कहा कि यह इस बात का संकेत है कि भाजपा को अपनी हार का डर सताने लगा है। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि हम भाजपा को हराने जा रहे हैं। शाह ने गुरुवार को रक्सौल में एक चुनावी सभा में यह विवादास्पद बयान दिया था।
उधर पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि अमित शाह का बयान हताशा को दर्शाता है। भाजपा की सरकार नहीं बनने पर पाकिस्तान में पटाख़ा फूटने के अमित शाह के बयान पर उन्होंने कहा कि भाजपा विकास को भूलकर अपने जाने-पहचाने हथकंडों को अपनाने लगी है। अंतिम चरण के चुनाव में ध्रुवीकरण के लिए यह भाजपा का आखिरी दांव है। उनकी कोशिश मुज़फ़्फ़रनगर की तरह करने की है, पर उकसाने से कुछ हासिल नहीं होगा।
पटना के सदाक़त आश्रम में प्रेस कान्फ्रेंस में सचिन पायलट ने कहा कि हमारा गठबंधन सेक्यूलर पार्टियों का गठबंधन है। जब तक रामविलास पासवान और जीतन राम मांझी दूसरी पार्टियों में थे तो भाजपा की नज़र में ग़लत थे।
उन्होंने कहा कि आज देश में असुरक्षा का माहौल है। दादरी की घटना पर प्रधानमंत्री ने काफ़ी देर बाद अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने सवाल किया कि क्यों अल्प समय में केन्द्र सरकार जनता का विश्वास खो रही है।(MAQ/N)
source : irib