इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने परमाणु क्षेत्र विशेष कर यूरेनियम के संवर्धन के क्षेत्र में ईरान की क्षमता को उसके विरुद्ध पश्चिम की शत्रुता में वृद्धि का कारण बताया है।
आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार को ईरान के विश्व विद्यालयों के कुलपतियों और उच्च शिक्षा केंद्रों के प्रमुखों से मुलाक़ात में परमाणु वार्ता में पश्चिमी देशों की ओर से लगाई जाने वाली शर्तों का उल्लेख करते हुए कहा कि हर प्रकार के दबाव और प्रतिबंध के बावजूद इस्लामी गणतंत्र ईरान प्रगति व विकास के मार्ग पर अग्रसर है। उन्होंने इस बात की ओर संकेत करते हुए कि अमरीका ने वैज्ञानिक विकास का काम ईरान से 140 साल पहले शुरू किया है, कहा कि जिस चीज़ ने संसार को आश्चर्यचकित कर दिया है, वह प्रगति की हमारी रफ़्तार है और आंकड़ों के अनुसार इस्लामी गणतंत्र ईरान की वैज्ञानिक प्रगति की रफ़्तार दुनिया की रफ़्तार से तेरह गुना अधिक है। (HN)
source : irib