नाइजीरिया में शिया मुसलमानों के जनसंहार पर आपत्ति व प्रदर्शनों का क्रम जारी है।
मंगलवार को ईरान की राजधानी तेहरान में बड़ी संख्या में लोगों ने नाइजीरिया में सेना के हाथों शिया मुसलमानों के जनसंहार के विरुद्ध इस देश के दूतावास के समक्ष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इस जनसंहार की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को दंडित किए जाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने इसी प्रकार इस जघन्य अपराध पर अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के मौन की आलोचना की। प्रदर्शनकारियों ने नाइजीरिया की सरकार से मांग की कि शिया धर्मगुरू शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को तुरंत रिहा किया जाए और उनका उचित उपचार कराया जाएगा।
क़ुम के उच्च धार्मिक शिक्षा केंद्र ने भी मंगलवार को एक बयान जारी करके नाइजीरिया में शिया मुसलमानों के जनसंहार की आलोचना की है और पूरे संसार में मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा की मांग की है। बयान में कहा गया है कि इस संवेदनशील समय में इस्लामी जगत को विभिन्न चुनौतियों का सामना है और ज़ायोनी, तकफ़ीरी आतंकी गुट और साम्राज्यवाद इस्लामी देशों में अपनी निंदनीय साज़िशों को व्यवहारिक बनाने की चेष्टा में हैं। बयान में नाइजीरिया की सरकार से मांग की गई है कि वह शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को तुरंत रिहा करे और इस देश की सेना मुसलमानों पर हमले करने के बजाए बोकोहराम जैसे आतंकी गुटों से गंभीर संघर्ष करे।
ईरान के एक वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह अलवी गुरगानी ने भी एक बयान जारी करके नाइजीरियाई सेना के हाथों इस देश के शिया मुसलमानों पर हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने नाइजीरिया की सरकार से कहा कि वह शिया विरोधियों के धोखे में न आए और इस्लामी आंदोनल के प्रमुख शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को तुरंत रिहा करके नाइजीरिया के शियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करे।
इस बीज नाइजीरिया की सेना ने मंगलवार को औपचारिक रूप से इस बात को स्वीकार किया है कि इस्लामी आंदोलन के प्रमुख शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को गिरफ़्तार किया गया है। बयान में कहा गया है कि शैख़ ज़कज़की और उनकी पत्नी पूरी तरह से स्वस्थ और हिरासत में हैं। नाइजीरियाय की सेना का कहना है कि कुछ समय बाद वे स्वयं अपने समर्थकों से बात करेंगे। यह एेसी स्थिति में है कि सोशल मीडिया में शैख़ इब्राहीम ज़कज़की का एक चित्र जारी हुआ है जिसमें वे गंभीर रूप से घायल दिखाई दे रहे हैं। (HN)
source : irib