भारत के विभन्न नगरों में आयतुल्लाह निम्र के मृत्युदंड के विरोध में शिया-सुन्नी मुसलमानों ने व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश सहित भारत के विभन्न राज्यों के कई शहरों में सऊदी अरब के वरिष्ठ शिया मुसलमान धर्मगुरू शहीद आयतुल्लाह शेख़ बाक़िर निम्र की शहादत पर अत्याचारी सऊदी अरब सरकार के ख़िलाफ़ शिया-सुन्नी मुसलमानों ने एक साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और कई शहरों में सऊदी अरब की तानाशाही सरकार द्वारा शिया धर्मगुरू शेख़ बाक़िर निम्र और उनके साथियों को मौत की सज़ा दिए जाने की ख़बर सुनते ही लोग सड़कों पर निकल आए और अत्याचारी सऊदी शासन के विरुद्ध नारे लगाने लगे।
रविवार की सुबह से लखनऊ के विभन्न क्षेत्रों में अलग अलग मुस्लिम संगठनों के हज़ारों लोग ने आयतुल्लाह शेख़ निम्र की शहादत के दुखद अवसर पर शहर की सड़कों पर आले सऊद शासन के ख़िलाफ़ नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह पर सऊदी शासक सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ के पुतले भी जलाए।
भारत के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू और इमामे जुमा लखनऊ मौलाना कल्बे जावद नक़वी के नृत्तव में लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला नामी क्षेत्र में स्थित इमामबाड़ा सरकारे हुसैनी से एक विशाल रैली निकाली गई जो लखनऊ के रुस्तम नगर क्षेत्र में स्थित दरगाह हज़रत अब्बास (अ) पहुंच कर संपन्न हुई।
दरगाह हज़रत अब्बास (अ) में एकत्रित हज़ारों लोगों ने सऊदी अरब की अत्याचारी और तानाशाही सरकार के विरुद्ध नारे लगाए, वे लोग आले सऊद और आतंकवाद मुर्दाबाद के लगा रहे थे। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुये मजलिसे उलमाये हिन्द के महासचिव मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने कहा कि वहाबियत इस समय हर जगह मानवता पर अत्याचार कर रही है और हर क़ौम उनके फैलाये हुये आतंकवाद का शिकार है।
उन्होंने कहा कि यह लोग शिया-सुन्नी मुसलमानों की हत्या कर रहे हैं, इनके नज़दीक जो भी पैग़म्बरे इस्लाम (स) के परिजनों का मानने वाला है उसकी हत्या वाजिब है।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि शिया-सुन्नी मुसलमानों को चाहिए कि सऊदी अरब के ख़िलाफ़ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करें और आले सऊद का सोशल बहिष्कार किया जाए।
इमामे जुमा लखनऊ ने हज़ारों की संख्या में प्रदर्शन में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में आतंकवाद का बीज सऊदी अरब से आता है और उसकी खेती पाकिस्तान जैसे देश में होती है, जबकि आतंकवाद की इस फसल के लिए खाद और पानी इस्राईल तथा अमेरिका उपलब्ध कराते हैं।
मौलाना ने कहा के शिया-सुन्नी मिलकर अत्याचारी सऊदी शासन के ख़िलाफ़ संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार आयोग को ईमेल करके अपना विरोध दर्ज कराएं।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि सऊदी सरकार मानवता की मुजरिम है इस सरकार को तुरंत मानवाधिकार आयोग की अध्यक्षता और सदस्यता से बर्खास्त कर देना चाहिए। क्योंकि जो आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है उन्हे ही मानवाधिकार का रक्षक बना दिया गया है।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सुन्नी सूफ़ी सज्जादा नशीन मौलाना हसनैन बक़ाई ने कहा कि शिया-सुन्नी मुसलमानों को मिलकर सऊदी अरब का बहिष्कार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह किसी शिया धर्मगुरू की हत्या नहीं बल्कि पूरी मानवता की हत्या है।
मौलाना बक़ाई ने कहा कि वहाबी आतंकवाद के ख़िलाफ़ इस समय हर धर्म और मुसलमानों के हर समुदाए को एकजुट होकर लड़ना होगा।
प्रदर्शन में शामिल हिन्दू धर्मगुरू आचार्य प्रमोद कृष्ण शुक्ल जी ने भी सऊदी अरब में शिया धर्मगुरू की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि दुनिया, वहाबी आतंकवाद का शिकार है, उन्होंने यह भी कहा कि वहाबी विचारधारा का बहिष्कार होना चाहिए और शांति व एकता के प्रयास होने चाहिए।
source : abna24