नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन ने कहा है कि देश के उत्तरी क्षेत्र ज़ारिया में शिया मुसलमानों पर सैनिकों के हमले के बाद से इस संगठन के सात सौ से अधिक सदस्य लापता हैं।
इस्लामी आंदोलन के प्रवक्ता इब्राहीम मूसा ने गुरुवार को एक बयान जारी करके बताया है कि 12 दिसम्बर को होने वाली निंदनीय घटना के बाद से हमारी सूचि में अब भी 730 लोग ऐसे हैं जिनके बारे में कोई सूचना नहीं है। बयान में कहा गया है कि ये लोग या तो सेना के हाथों मारे गए हैं या जेल में हैं किंतु उनके बारे में अब तक हमें कोई सूचना नहीं मिली है। इब्राहीम मूसा ने कहा कि इस्लामी आंदोलन के लगभग सवा दो सौ सदस्य कादूना शहर की जेल में बंद हैं। उन्होंने कहा कि कुछ रिपोर्टों के अनुसार कादूना, बाऊची और अबूजा शहरों में सेना की जेलों में भी संगठन के कई सदस्यों को क़ैद में रखा गया है।
ज्ञात रहे कि 12 दिसम्बर को नाइजीरिया की सेना ने इस बहाने से कि इस देश के शिया मुसलानों ने सेना प्रमुख का रास्ता रोक दिया था, उन पर भयावह हमले किए थे। इन हमलों में इस्लामी आंदोलन के प्रमुख शैख़ इब्राहीम ज़कज़की गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया था जबकि अनेक लोग मारे गए थे। ह्यूमन राइट्स वाच का कहना है कि इस घटना में तीन सौ लोग मारे गए हैं जबकि अन्य मानवाधिकार संगठनों ने मरने वालों की संख्या एक हज़ार तक बताई है।
source : abna24