सीरिया में कई महीने तक आतंकियों के ख़िलाफ़ लड़ाई में सैन्य उपस्थिति के बाद रूस के अधिकारियों ने अब समुद्री मार्ग से आतंकवादियों के ख़िलाफ़ नए उपकरण प्रयोग करने का फ़ैसला किया है।
अलआलम टीवी की रिपोर्ट के अनुसार रूसी अधिकारियों के इस फ़ैसले के बाद विमान वाहक पोत एडमिरल कूज़ेन्तसोव पहली जुलाई से भूमध्य सागर में आतंकियों के विरुद्ध कार्यवाही करके अपना मिशन आरंभ करेगा। इस विमान वाहक पोत में सुख़ोई-33, सुख़ोई-25 और मिग-9 जैसे युद्धक विमान और विभिन्न प्रकार के युद्धक हेलीकॉप्टर मौजूद हैं। रूसी सेना एडमिरल कूज़ेन्तसोव को आतंकी गुट दाइश से समुद्री मार्ग से संघर्ष के लिए सीरिया के शहर लाज़ेक़िया में स्थित हवाई सैन्य छावनी हमीमीम की आवश्यकता के बिना प्रयोग करेगी। यह युद्ध इस समय रूस के मोरमान्स्क नगर में लम्बे अभियान के लिए ज़रूरी तैयारी के चरण से गुज़र रहा है।
एडमिरल कूज़ेन्तसोव बड़े समुद्री लक्ष्यों को ध्वस्त करने और शत्रु के संभावित हमलों की स्थिति में अपने समुद्री प्रतिष्ठानों की रक्षा में सक्षम होने के साथ ही ज़मीनी लक्ष्यों को भी भेद सकता है। इस युद्ध पोत में मौजूद मिग-9 युद्धक विमान संसार के सबसे विकसित युद्धक विमानों में से एक है जो जल, थल और वायु लक्ष्यों को सटीकता से भेदने में ख्याति रखता है।
source : abna24