अहलेबैत न्यबज़ एजेंसी अबना: हेलमंद प्रांत की गवर्निंग काउंसिल ने घोषणा की है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अफ़ग़ान सैनिक तालिबान की कैद में थे। तालिबान ने भी एक बयान जारी करके अफ़ग़ान सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। तालिबान के बयान में कहा गया है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में तीन तालिबान भी मारे गए हैं। उधर अमेरिकी सेना ने हेलमंद प्रांत में अमेरिकी ड्रोन विमानों के दो हमलों की पुष्टि की है लेकिन अमेरिकी सेना ने इन हमलों में अफगान सैनिकों के मारे जाने का कोई जिक्र नहीं किया है। अमेरिकी सैन्य अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने जो जांच की हैं उनके अनुसार इन हमलों में न तो कोई नागरिक मारा गया है और न ही तालिबान की जेल में मौजूद कोई व्यक्ति मारा गया है।
अफगानिस्तान, पाकिस्तान, यमन और सोमालिया जैसे देशों में अमेरिकी ड्रोन हमलों में आम तौर पर आम नागरिक या उन देशों के सैनिक ही मारे जाते हैं जबकि अमेरिका का दावा है कि वह इन हमलों में चरमपंथियों और आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाता है।
source : abna24