क़तर और ईरान के बीच नए समुद्री मार्ग ख़ुल जाने से अरब देशों की सरकारें और मीडिया काफ़ी ग़ुस्से में हैं।
स्काई न्यूज़ टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक़, ईरान ने फ़ार्स खाड़ी में क़तर के लिए नया समुद्री मार्ग खोल दिया है, दोहा ने तेहरान के इस क़दम का स्वागत किया है, हालांकि इससे क़तर के पड़ोसी अरब देश क्रोधित हैं।
क़तर पर प्रतिबंध लगाने वाले चार अरब देशों सऊदी अरब, यूएई, बहरैन और मिस्र को यह उम्मीद थी कि क़तर का हुक़्क़ा पानी बंद होने के बाद वह एक हफ़्ता भी अपने पैरों पर खड़ा नहीं रह पाएगा और हमारे सामने झुक जाएगा, लेकिन जैसा इन देशों ने सोचा था वैसा नहीं हुआ और क़तर ने अपनी मूल ज़रूरतों को पूरा करने क लिए नए विकल्प तलाश कर लिए।
स्काई न्यूज़ का कहना है कि ऐसे समय में जब तेहरान दुनिया में अलग थलग पड़ा है, वह क़तर के लिए नए समुद्री मार्ग के ख़ोलने पर गर्व कर रहा है, ताकि क़तर के लिए अपने उत्पादों को निर्यात कर सके।
संयुक्त अरब इमारात के इस टीवी चैनल का कहना है कि क़तर के ख़िलाफ़ अरब देशों द्वारा अपनी जल, थल और वायु सीमाओं के बंद करने के बाद, ईरान ने क़तर के लिए फ़्री में अपनी सीमाएं खोल दीं।
इस बीच, अरब और अमरीकी मीडिया क़तर संकट को ईरान के लिए एक अवसर के रूप में देख रहे हैं और उसका दावा है कि ईरान इस संकट को अवसर के रूप में देख रहा है, हालांकि वह इस बात से विश्व समुदाय का ध्यान बटाना चाहता है कि इस संकट को जन्म देने वाले अरब देश हैं, जिन्होंने अमरीका की ओर से ग्रीन सिगनल मिलने के बाद यह स्थिति उत्पन्न की है।
अमरीकी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़वीक ने तो यहां तक दावा किया है कि क़तर के अमीर शेख़ तमीम बिन हमद आले सानी की सुरक्षा के लिए ईरानी कमांडोज़ को तैनात किया गया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान की इस्लामी क्रांति की फ़ोर्स आईआरजीसी के कमांडोज़ क़तर के अमीर की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं।
ग़ौरतल है कि इससे पहले सऊदी अरब के टीवी चैनल अल-अरबिया ने भी ऐसा ही दावा किया था, लेकिन ईरान ने इस समाचार की पुष्टि नहीं की।