अवैध राष्ट्र के पूर्व युद्धमंत्री मोशे यालून ने अमेरिकी चैनल सीएनएन को दिए इंटरव्यू में कहा कि अरब राष्ट्र और इस्राईल की समस्याएं एक जैसी हैं । हम एक ही नाव के मुसाफिर हैं हमारा एक ही दुश्मन है और वह है ईरान । पूर्व ज़ायोनी युद्ध मंत्री ने कहा कि हमारा शत्रु एक है वह इसलिए कि अरब राष्ट्र सुन्नी है और ईरान शिया, वह अलग अलग पंथ के हैं । ईरान से हमारी दुश्मनी इसलिए है कि ईरान हमे विश्व मानचित्र से मिटाना चाहता है । दूसरी बात यह कि अरब राष्ट्र मुस्लिम ब्रदरहुड के दुश्मन है जो फिलिस्तीन में प्रतिरोधी आंदोलन हमास का साथी है वह ग़ज़्ज़ा पट्टी में एक हैं जिसे हम हमासिस्तान कहते हैं और यह मिस्र के राष्ट्रपति अलसीसी को भी पसंद नहीं है इस लिए कहा जा सकता है कि हमास मुद्दे पर भी हमारे शत्रु समान हैं । आज के दौर में इस्राईल और अरब दुश्मनी और मतभेद नाम की कोई चीज़ नहीं है और यह प्रसन्नता की बात है ।