पवित्र मस्जिदे नबवी में ज़ायोनी ब्लॉगर द्वारा सेलफ़ी लेने पर हुए हंगामे के बाद अब मस्जिदे नबवी के साथ ही पवित्र मक्का में भी सेलफ़ी लेने पर पाबंदी लग गई है।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब के विदेशमंत्राय ने सभी देशों के दूतावासों को एक पत्र लिख कर कहा है कि वे अपने देशों से सऊदी अरब आने वाले तीर्थयात्रियों और हाजियों को पवित्र स्थलों पर सेलफ़ी और फ़ोटो खींचने से मना करें।
समाचार एजेंसी तसनीम की रिपोर्ट के मुताबिक़ सऊदी सरकार ने पवित्र मक्का और मस्जिदे नबवी में किसी भी प्रकार का फ़ोटो खींचना और वीडियो बनाना वर्जित कर दिया है।
सऊदी हज मंत्रालय का कहना है कि हरमैन शरीफ़ैन और मस्जिदे नबवी में फ़ोटो खींचने और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया है कि उमरा करने वाले तीर्थयात्रियों और हाजियों का क़ीमती समय तस्वीरें खींचने और वीडियो बनाने में बर्बाद हो जाता है और इसके कारण दूसरे तीर्थयात्रियों की प्रार्थना अर्चना में भी बाधा उत्पन्न होती है।
सऊदी हज मंत्रालय का यह भी कहना है कि तीर्थयात्री पवित्र मस्जिदे नबवी और मक्का में फ़ोटो लेने के बाद उसको सोशल मीडिया पर अपलोड कर देते हैं जिसके कारण इन पवित्र स्थलों की सुरक्षा ख़तरे में पड़ जाती है। मंत्रालय का कहना है कि फ़ोटो खींचने और वीडियो बनाने पर लगे प्रतिबंध को सख़्ती से लागू किया जाएगा और जो भी इस क़ानून का उल्लंघन करेगा उसका मोबाइल फ़ोन और कैमरा ज़ब्त कर लिया जाएगा और साथ ही उसको कठोर सज़ा भी दी जाएगी।
हाल ही में इस्राईल के एक प्रसिद्ध ब्लॉगर ने मक्का और मदीना की अपनी यात्रा की कुछ तस्वीरें सोशल वेबसाइट इंस्टाग्राम पर डालीं थीं जिसके बाद पूरे मुस्लिम जगत में इसको लेकर आक्रोश पैदा हो गया है।