अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने इतवार को ईरान के जवान पहलवान अली रज़ा करीमी (जिसने कुश्ती की विश्व प्रतियोगिता में फ़िलिस्तीन के समर्थन में ज़ायोनी खिलाड़ी से कुश्ती लड़ने से मना कर दिया था) से मुलाक़ात में उनके समर्पण और त्याग की प्रशंसा की।
इस मुलाक़ात में कुश्ती पहलवान रज़ा करीमी के परिवारीजन भी उपस्थित थे।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने अली रज़ा करीमी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका यह स्टेप महान ईरानी पहलवान पूरया वली के जैसा है।
उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर मैं सम्मान और अपना सर ऊँचा होने का अनुभव कर रहा हूँ कि तुमने यह साबित कर दिया कि हमारे जवानों के दिल में यह भावना पाई जाती है कि वह एक बड़े और महान लक्ष्य के लिए अपने दिल की न सुनें और इच्छाओं को त्याग दें। चैंपियन का ख़िताब मिलने का मौक़ा हाथ लगने के बाद भी उससे नज़रें चुरा लें।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कहा कि तुम अपने इस स्टेप और फ़ैसले को महत्वपूर्ण समझो और इसका ईनाम अल्लाह से मांगो अलबत्ता शासन को भी तुम्हें ईनाम से नवाज़ने में कमी नहीं करना चाहिए।
ज्ञात रहे कि पोलैंड में 23 साल से कम आयु के जवानों की विश्व स्तर पर प्रतियोगिता रखी गई थी जिसमें ईरानी पहलवान रज़ा करीमी ने फ़िलिस्तीन की मज़लूम जनता के समर्थन में इस्राईली हुकूमत के खिलाड़ी के साथ कुश्ती लड़ने से इंकार कर दिया था और चैंपियन बनने के अवसर को छोड़कर फ़िलिस्तीन और बैतुल मुक़द्दस के समर्थन को प्राथमिकता दी थी।