इस्राईल की जेलों में फ़िलिस्तीनियों की हड़ताल जारी है।
ज़ायोनी शासन की जेलों में फ़िलिस्तीनी क़ैदियों की अनिश्चित हड़ताल 7 अप्रैल से जारी है। यह हड़ताल ऐसी हालत में शुरु हुयी कि ज़ायोनी जेल मामलों के विभाग ने धमकी और बातचीत से इस हड़ताल को रोकने की कोशिश की, लेकिन फ़िलिस्तीन के बदिंयों के मामलों के विभाग ने बताया कि चूंकि इस्राईल फ़िलिस्तीनी क़ैदियों की मांग को क़ुबूल करने के लिए तय्यार नहीं था इसलिए फ़िलिस्तीनियों ने यह हड़ताल शुरु की है।
इस समय लगभग 6000 फ़िलिस्तीनी इस्राईली जेलों में क़ैद हैं, जिनमें 24 औरतें और 250 बच्चे हैं। दूसरे शब्दों में हर 21 फ़िलिस्तीनी क़ैदियों में एक औरत या बच्चा है जबकि बच्चे दुनिया में सबसे निर्दोष माने जाते हैं। कुछ रिपोर्ट के अनुसार, 150 फ़िलिस्तीनियों ने यह भूख हड़ताल शुरु की है और अगर उनकी मांगें पूरी न हुयीं तो 1500 फ़िलिस्तीनी इस भूख हड़ताल में शामिल हो जाएंगे।
फ़िलिस्तीनी क़ैदियों की भूख हड़ताल यह दर्शाती है कि फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ ज़ायोनी शासन के अपराध सिर्फ़ जंग के मैदान और प्रदर्शन तक सीमित नहीं हैं बल्कि फ़िलिस्तीनी क़ैदियों के ख़िलाफ़ भी ऐसे अपराध हो रहे हैं जिन्हें ख़ामोश अपराध कहा जा सकता है क्योंकि ये अपराध नज़र नहीं आते।
अंत में यह कि फ़िलिस्तीनियों की भूख हड़ताल दर्शाती है कि फ़िलिस्तीनी क़ैदी भी क़ैद में होने के बावजूद, इस अतिग्रहणकारी शासन के मुक़ाबले में प्रतिरोध को ही प्रभावी रणनीति समझते हैं।