शनिवार रात करीब नौ बजे सांप्रदायिक तनाव की नौबत तब शुरू हुई, जब मदनपुरा के लोग लिंबायत इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर जुलूस निकाल रहे थे। इस दौरान एक मस्जिद परिसर में युवक तलवार लेकर घुस गए और भगवा झंडे फहराने लगे....
अबनाः बिहार बंगाल राजस्थान के बाद अब सूरत में भी सांप्रदायिक तनाव की खबरें सामने आई है। जनसत्ता ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि लिंबायत इलाके में रविवार की रात हनुमान जयंती पर निकले जुलूस पर पथराव के चलते सांप्रदायिक तनाव कायम हो गया। जिसमे कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने दोनों पक्षों के 28 से अधिक लोगों पर दंगा भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि जुलूस के लिए अनुमति नहीं ली गई। सप्ताह भर में सूरत में सांप्रदायिक तनाव की यह दूसरी घटना है।
शनिवार रात करीब नौ बजे सांप्रदायिक तनाव की नौबत तब शुरू हुई, जब मदनपुरा के लोग लिंबायत इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर जुलूस निकाल रहे थे। इस दौरान एक मस्जिद परिसर में युवक तलवार लेकर घुस गए और भगवा झंडे फहराने लगे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दूसरे पक्ष से विरोध शुरू हुआ। जिसके बाद दोनों संप्रदायों के बीच पत्थरबाजी होने लगी।आरोप है कि इस दरमियान मस्जिद का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
भीड़ को भगाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनना पड़ा। इस दौरान तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना के बाद करीब दस अल्पसंख्यक परिवारों ने मदनपुरा छोड़कर नजदीक के उन स्थानों पर शरण ली, जहां उनकी तादाद ज्यादा है। इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एक टेक्सटाइल फर्म में काम करने वाले मोहम्मद कलीम अंसारी ने कहा- मेरे बच्चे परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। सांप्रदायिक तनाव से बच्चों की हालत खराब हो गई।
जुलूस निकलने के बाद हम अपने नातेदार के यहां सुरक्षा के चलते शिफ्ट हो गए। उधर घटना के बाद रविवार को पुलिस प्रशासन ने शांति कायम करने के लिए दोनों संप्रदायों के मानिंद लोगों की बैठक लेनी शुरू की। इंस्पेक्टर एन डी सोलंकी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मस्जिद परिसर में दाखिल होने वाले युवकों की शिनाख्त की जा रही है।