एक इस्राईली रबी ने नस्लभेदी व विवादास्पद बयान देते हुए कहा है कि यहूदियों की जात अरबों से बेहतर है, इसलिए अरबों को यहूदियों का दास होना चाहिए।
अल-नशरा वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक़, ज़ायोनियों के जीवन के हर क्षेत्र में फ़िलिस्तीनियों के साथ भेदभाव और नस्लवाद इस हद तक बढ़ गया है कि जिसकी उदाहरण इतिहास में नहीं मिलता है।
ज़ायोनी सरकार और ज़ायोनियों ने रंगभेद में दक्षिण अफ़्रीक़ा की रंगभेदी सरकार को भी पीछे छोड़ दिया है।
फ़िलिस्तीनियों के साथ भेदभाव और नफ़रत अब अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन की सीमाओं में सीमित नहीं है, बल्कि इसका निशाना सीमाओं से उस पार अन्य अरब भी बन रहे हैं।
इस्राईल में उन यहूदियों के साथ भी ऐसा ही भेदभाव किया जा रहा है, जो एशियाई और अफ़्रीक़ी देशों से वहां पहुंचे हैं।
इस नफ़रत और नस्लवाद का एक उदाहरण इस्राईली रबी ग्योरा रेडलर हैं, जो ईली बस्ती में स्थित एक धार्मिक स्कूल में धर्मगुरू हैं।
ज़ायोनियों का यह धार्मिक स्कूल ऐसे छात्रों के प्रशिक्षण के लिए प्रसिद्ध है, जो अरबों और विशेषकर फ़िलिस्तीनियों से नफ़रत करते हैं और उन्हें नीच जाति का समझते हैं।
इस्राईल के टीवी-13 से प्रसारित होने वाली एक रिपोर्ट में रेडलर ने यहूदियों के उच्च जाति का होने का दावा किया और कहा कि अरबों में जेनेटिकल समस्या है, इसलिए उन्हें हमारा ग़ुलाम होना चाहिए।