सहाबा की कसीर तादाद ने हदीसे ग़दीर को नक़्ल किया है, अब हम यहाँ पर अल्फ़ा बेड के लिहाज़ से उन असहाब के असमा की फ़ेहरिस्त बयान करते हैं, लेकिन सबसे पहले तबर्रुकन असहाबे किसा ...
करबला की घटना इतिहास की सीमित घटनाओं में से एक है और इतिहास की दूसरी घटनाओं में इसका एक विशेष स्थान है। यद्यपि कर्बला की घटना सन् ६१ हिजरी क़मरी की है परंतु १४ शताब्दियां ...
पहली हदीसइमाम काज़िम (अ.स.) फरमाते है कि जिस शख्स ने इमाम हुसैन (अ.स.) की मारेफत रखते हुऐ उनकी ज़ियारत की तो परवरदिगारे आलम उसके अगले और पिछले तमाम गुनाह माफ कर देगा। दूसरी ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
मानव शरीर की त्वचा भी बहुत लाभदायक है जिन मे से कुच्छ की ओर संकेत किया करते है।
1- त्वचा मे बहुत महीन महीन ...
इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के वंश से थे और उन्होंने अपनी छोटी सी आयु में ज्ञान और परिज्ञान के मूल्यवान ख़ज़ाने ...
हे ईश्वर मैं तेरा आभार व्यक्त करता हूं कि तूने मुझे दसवां रोज़ा रखने का सामर्थ्य प्रदान किया। हे ईश्वर तुझसे मेरी प्रार्थना है कि मुझे एक क्षण के लिए भी मेरी हाल पर मत ...
एहसान इंसानी समाज में बहुत कॉमन लफ़्ज़ है। एर ग़ैर मुस्लिम भी एहसान को अच्छी तरह जानता है। बस फ़र्क़ यह है कि जो एहसान का लफ़्ज़ हमारे समाज में इस्तेमाल होता है वह क़ुरआन ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला हुसैन अंसारीयान
जब तक फलो के बीजो को बोया ना जाए और भगवान की सिफते जबारूती विभिन्न प्रकार से उसकी कमीयो की ...
ख़ुशियां मनुष्य को दुख दर्द और परेशानियों से मुक्त करती हैं। जो व्यक्ति भी स्वयं से कष्ट और दुख दर्दों को दूर करना चाहता है उसे इस बात की कदापि अनुमति नहीं देना चाहिए कि ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह हुसैन अंसारीयान
दूसरे छंद मे कहता है।
اللَّهُ الَّذِى خَلَقَ سَبْعَ سمَاوَاتٍ وَ مِنَ الْأَرْضِ مِثْلَهُنَّ يَتَنزَّلُ الْأَمْرُ ...
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा पर दुखों के पहाड़ कब से टूटना आरम्भ हुए इसके बारे में यही कहा जा सकता है कि जैसे ही पैग़म्बरे इस्लाम ने इस संसार से अपनी आखें मूंदी, मुसीबतें आना आरम्भ ...
तारीख़ की वरक़ गरदानी से यह मालूम होता है कि इस अज़ीम ईद की इब्तेदा पैग़म्बरे अकरम (स) के ज़माने से हुई है। इसकी शुरुआत उस वक़्त हुई जब पैग़म्बरे अकरम (स) ने ग़दीर के सहरा में ...
शहादत सालेसा का नमाज़ में पढ़ना कैसा है यह समझने के लिये हमें यह देखना होगा की शहादते सालेसा खुद क्या है ?देखिये ला इलाहा इल्लाह मोहम्मादुन रसूलिल लाह वो कलम है जिसको पढ़ने ...
बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम
तीन सौ साल से ज़्यादा से दुनियाऐ इस्लाम सामराज्यी भेड़ीयो के चंगुल मे फसी हुई है कि जो मुसलमानो के खज़ानो के लूटते और मुसलमान मर्दो, औरतो और ...
पवित्र क़ुरआन के चौदहवें सूरे का नाम इब्राहीम है जिसमें 52 आयतें हैं। इस सूरे की 28वीं और 29वीं आयतें को छोड़कर इसकी सभी आयतें मक्के में उतरी हैं। इसका कारण यह है कि इस सूरे में ...
असर दुआ को मिला है जनाबे ज़ैनब सेबहुत क़रीब ख़ुदा है जनाबे ज़ैनब से अली की बेटी ने कलमे की आबरू रख लीसदाए सल्ले अला है जनाबे ज़ैनब से ज़माना लाख बुझाए बुझ नहीं ...
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना :प्राप्त सूत्रों के अनुसार सैय्यदुश्शोहदा इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहल्लुम में शिरकत करने के लिए करोड़ों की संख्या में ज़ायरीन कर्बला ए ...
जो लोगों के सम्मान को बचाता है अल्लाह तआला क़यामत के दिन उसकी ग़लतियों को क्षमा कर देगा। और जो लोगों से अपने ग़ुस्से पर कंट्रोल कर लेगा तो क़यामत में अल्लाह उससे अपने ग़जब ...
इस में कोई शक नही है कि सदाचार हर समय में महत्वपूर्ण रहा हैं। परन्तु वर्तमान समय में इसका महत्व कुछ अधिक ही बढ़ गया है। क्योँकि वर्तमान समय में इंसान को भटकाने और बिगाड़ने ...
जब पैग़म्बरे अकरम (स) ने देख लिया कि लोगों को लश्करे ओसामा के साथ मदीने से बाहर भेजने की तदबीर नाकाम हो गई तो आपने तय किया कि हज़रत अली (अ) की इमामत के सिलसिले में अपनी 23 साला ...