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Monday 25th of November 2024
Masoumeen
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इमाम मूसा काज़िम अ. की शहादत की याद मनाने लाखों ज़ायरीन काज़मैन पहुँचे।

इमाम मूसा काज़िम अ. की शहादत की याद मनाने लाखों ज़ायरीन काज़मैन पहुँचे।
इमाम हज़रत मूसा काज़िम (अ.स) के शहादत दिवस के अवसर पर लाखों की संख्या में इराक़ पहुंचे श्रद्धालु। शिया मुसलमानों के सातवें इमाम हज़रत मूसा काज़िम (अ.स) के शहादत दिवस पर इराक़ ...

हजः वैभवशाली व प्रभावी उपासना

हजः वैभवशाली व प्रभावी उपासना
हज एक ऐसी सर्वाधिक वैभवशाली व प्रभावी उपासना है जिसे ईश्वर की पहचान की दृष्टि से अनुपम रहस्यों और तत्वदर्शिताओं का स्वामी कहा जा सकता है। हज के संस्कार नैतिक सदगुणों का ...

सबसे पहला ज़ाएर

सबसे पहला ज़ाएर
कर्बला में दस मुहर्रम को आशूरा की घटना के बाद सबसे पहले जब इंसान ने इमाम हुसैन (अ.) की क़ब्र की ज़ियारत की वह रसूले ख़ुदा के सहाबी (साथी) जाबिर इब्ने अब्दुल्लाह अन्सारी थे।वह ...

आशूरा के बरकात व समरात

आशूरा के बरकात व समरात
इस्लाम की फ़तह हुई और मिटने से महफ़ूज़ रहा क्योकि मंसबे इलाही पर ख़ुद ग़ासिब ख़ुद साख़्ता अमीरुल मोमिनीन यज़ीद ने अपने शैतानी करतूतों से इस्लाम के नाम पर इस्लाम को इतना ...

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) के फ़ज़ायल

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) के फ़ज़ायल
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) और मवद्दतहज़रत फ़ातेमा ज़हरा(स) उन हज़रात में से हैं जिनकी मवद्दत और मुहब्बत तमाम मुसलमानों पर वाजिब की गई है जैसा कि ख़ुदा वंदे आलम ने फ़रमाया:आयत ...

इमाम महदी अलैहिस्सलाम की हुकूमत।

इमाम महदी अलैहिस्सलाम की हुकूमत।
सवालः इमाम ज़माना अलैहिस्सलाम की हुकूमत की शैली क्या होगी?जवाब: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम पूरी दुनिया में इस्लाम का झंडा ऊंचा करने और कुरान ...

रबीउल अव्वल के महीने पर एक निगाह

रबीउल अव्वल के महीने पर एक निगाह
 बेसत के तेरहवें साल इसी रात हज़रत रसूलुल्लाह स.अ की मक्क-ए-मुअज़्ज़मा से मदीना-ए-मुनव्वरा की ओर हिजरत (पलायन) की शुरुआत हुई, इस रात आप सौर नामक गुफ़ा में रहे और हज़रत अमीरुल ...

अली के शियों की विशेषता।

अली के शियों की विशेषता।
इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैं कि अली अलैहिस्सलाम के शिया वह लोग हैं जो अपने भाईयों, बंधुओं को ख़ुद पर प्राथमिकता देते हैं चाहे उन्हें कितनी ही ज़रूरत क्यों न ...

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात

इमाम तकी अलैहिस्सलाम के मोजेज़ात
(1) इमाम अली रज़ा (अ.स) की शहादत के बाद मुखतलिफ शहरो से 80 ओलामा और दानिशमंद हज करने के लिये मक्का रवाना हुए। वो सफर के दौरान मदीना भी गए , ताकि इमाम मौहम्मद तक़ी (अ.स) की ज़ियारत भी ...

इमाम अली नक़ी (अ.) की ज़िंदगी पर एक संक्षिप्त नज़र।

इमाम अली नक़ी (अ.) की ज़िंदगी पर एक संक्षिप्त नज़र।
इमाम अली नक़ी (अ.) ने इस्लामी अहकाम के प्रसारण व प्रकाशन और जाफ़री मज़हब के प्रचार के लिए महत्वपूर्ण क़दम उठाये। और हमेशा लोगों को धार्मिक तथ्यों से अवगत करने में ...

अब्बासी हुकूमत का, इमाम हसन असकरी अ.स. से डरने का कारण

अब्बासी हुकूमत का, इमाम हसन असकरी अ.स. से डरने का कारण
यह बात हम सभी जानते हैं कि बनी अब्बास ने अहलेबैत अ.स. के नाम पर बनी उमय्या का तख़्ता पलटते हुए यही कहा था कि हुकूमत और ख़िलाफ़त पैग़म्बर स.अ. के अहलेबैत अ.स. का हक़ है, लेकिन बनी ...

इमाम तक़ी अ.स. का एक मुनाज़ेरा

इमाम तक़ी अ.स. का एक मुनाज़ेरा
इमाम रज़ा अ.स. को शहीद करने के बाद मामून चाहता था कि किसी तरह से इमाम तक़ी अ.स. पर भी नज़र रखे और इस काम के लिये उसने अपनी बेटी उम्मे फ़ज़्ल का निकाह इमाम तक़ी  से करना चाहा।इस बात पर ...

अमीरुल मोमिनीन अली अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

अमीरुल मोमिनीन अली अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)आपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।माता पिताआपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत ...

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स. की कुछ हदीसें।

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स. की कुछ हदीसें।
हदीस (1) हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स. फ़रमाती हैंः "अगर रोज़ेदार, रोज़े की हालत में अपनी ज़बान, अपने कान और आँख और बदन के दूसरे हिस्सों की हिफ़ाज़त न करे तो उसका रोज़ा उसके लिए ...

आलमे बरज़ख़

आलमे बरज़ख़
हमारा अक़ीदह है कि इस दुनिया और आख़ेरत के बीच एक और जहान है जिसे “बरज़ख़” कहते हैं।मरने के बाद हर इँसान की रूह क़ियामत तक इसी आलमे बरज़ख़ में रहती है।“व मिन वराइहिम ...

जनाबे फ़ातिमा ज़हरा स. के जीवन के कुछ पल

जनाबे फ़ातिमा ज़हरा स. के जीवन के कुछ पल
जनाबे फ़ातिमा ज़हरा स. की श्रेष्ठता दिल और आत्मा को इस तरह अपनी तरफ़ खींचती है कि इन्सान की ज़बान बंद हो जाती है। जो भी उनकी श्रेष्ठता और ख़ुदा और उसके रसूल की नज़र में उनके ...

हज़रत अब्बास (अ.)

हज़रत अब्बास (अ.)
चार शाबान ऐसे महान व्यक्ति का शुभ जन्म दिवस है जिसका नाम इतिहास में निष्ठा और त्याग का पर्याय बन चुका है।  शाबान महीने की चार तारीख़ को हज़रत अली अलैहिस्सलाम के सुपुत्र ...

इमाम हुसैन (अ.स) के आंदोलन के उद्देश्य

इमाम हुसैन (अ.स) के आंदोलन के उद्देश्य
हज़रत इमाम हुसैन (अस) ने सन् (61) हिजरी में यज़ीद के विरूद्ध आंदोलन किया। उन्होने अपने आंदोलन के उद्देश्यों को इस तरह बयान किया है किः 1. जब हुकूमती यातनाओं से तंग आकर हज़रत ...

कर्बला सच्चाई की संदेशवाहक

कर्बला सच्चाई की संदेशवाहक
मोहर्रम, हुसैन और कर्बला एसे नाम और एसे विषय हैं जो किसी एक काल से विशेष नहीं हैं।  पैग़म्बरे इस्लाम का संदेश, आने वाले समस्त कालों के लिए था इसीलिए इमाम हुसैन (अ) इस संदेश के ...

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्मदिन

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्मदिन
आज तेरह रजब है। सलाम हो उस जन्म लेने वाले पर कि जिसके लिए ईश्वर ने अपने घर को जन्म स्थली बनाया और अपने सर्वश्रेष्ठ दूत पैग़म्बरे इस्लाम को उसका सरपरस्त व प्रशिक्षक बनाया ...