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Monday 25th of November 2024
Masoumeen
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हजरत फातेमा मासूमा

हजरत फातेमा मासूमा
आप का इस्मे मुबारक फ़ातिमा है! आप का मशहूर लक़ब "मासूमा" है! आप के पिता शियों के सातवें इमाम हज़रत मूसा इब्न जाफ़र (अ:स) हैं और आप की माता हज़रत नजमा ख़ातून हैं, और यही महान स्त्री ...

शहादते इमामे मूसा काज़िम

शहादते इमामे मूसा काज़िम
इमामे हफतुमी मूसीए काज़िम दिलबरे ज़हरावसीए सादिके आले नबी को ज़हर से मारामुकय्यद सत्तरह साल आप ज़िन्दा में रहे पैहममगर शिकवा बजुज़ जिक्रे खुदा लब तक नहीं आयानमाज़े पढ़ता था ...

ईश्वरीय वाणी-५१

ईश्वरीय वाणी-५१
पवित्र क़ुरआन के सूरै अहज़ाब की ३३वीं आयत में महान ईश्वर कहता है” बेशक ईश्वर ने आप अहलबैत को हर प्रकार की गन्दगी व पाप से उस तरह से दूर रखने का इरादा किया है जिस तरह से दूर ...

सूरए आले इमरान की तफसीर

सूरए आले इमरान की तफसीर
पवित्र क़ुरआन के सूरए आले इमरान में आया है कि अलिफ़ लाम मीम, अल्लाह जिसके अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है और वह सदैव जीवित है और हर वस्तु उसी की कृपा से स्थापित है। उसने आप पर वह ...

मासूमीन अलैहेमुस्सलाम के स्वर्ण कथन

मासूमीन अलैहेमुस्सलाम के स्वर्ण कथन
मुसलमान, मुसलमान का भाई है, उससे बेइमानी नहीं करता, उससे झूठ नहीं बोलता और उसे अकेला नहीं छोड़ता।  पैग़म्बरे इस्लाम की नज़र में मुसलमान कौन है मुसलमान वह है जिसकी ज़बान और ...

कर्बला के संदेश

कर्बला के संदेश
 कर्बला की घटना और हज़रत इमाम हुसैन अ. की हदीसों (कथनों) पर निगाह डालने से, आशूरा के जो संदेश हमारे सामने आते हैं उनको हम इस तरह बयान कर सकते हैंकर्बला की घटना और हज़रत इमाम ...

काबे के पालनहार की सौगंध मैं सफल हो गया-हज़रत अली (अ)

काबे के पालनहार की सौगंध मैं सफल हो गया-हज़रत अली (अ)
उस निर्धारित रात में नैतिक गुणों के बादशाह हज़रत अली अलैहिस्सलाम रह रह कर अपने कमरे से बाहर निकलते और आकाश को देखते थे। कभी पापों की क्षमा-याचना का स्मरण करते तो कभी सूरए ...

इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जन्मदिवस

इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जन्मदिवस
वर्ष ३८ हिज़री क़मरी ५ शाबान को पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के पौत्र इमाम अली बिन हुसैन पैदा हुए जिनकी एक उपाधि सज्जाद भी है।हज़रत इमाम हुसैन ...

इमाम हुसैन अ. एक बेमिसाल हस्ती।

इमाम हुसैन अ. एक बेमिसाल हस्ती।
अल्लाह तआला ने कुरआन में अपने मोमिन बंदों को हुक्म दिया है कि कोई भी काम केवल उसकी खुशी और मर्ज़ी के लिए अंजाम दें। ("صبغۃ اللہ و من احسن اللہ صبغۃ") कि ख़ुद पर ख़ुदाई रंग चढ़ा लो ...

पाक मन

पाक मन

इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अगर आदमी का मन पाक हो जाए तो उसका व्यवहार मज़बूत हो जाता है।

स्वयं को पहचानें किंतु क्यों?

स्वयं को पहचानें किंतु क्यों?
पिछली चर्चा में हमने जाना कि प्रत्येक मनुष्य में प्रगति की चाहत होती है और वह स्वाभाविक रुप से अपनी कमियों को छिपाने का प्रयास करता है प्रगति की स्वाहाविक चाहत को यदि सही ...

सर्वोत्तम काम

सर्वोत्तम काम

हज़रत अली अलैहिस्सलाम: अम्र बिलमारूफ अर्थात अच्छाई का आदेश देना अल्लाह की सृष्टि का सर्वोत्तम काम है”

तरकीबे नमाज़

तरकीबे नमाज़
अक़ामत के बाद सीधा खड़ा हो क़िब्ला की तरफ़ मुंह करके और इस तरह नियत करें नमाज़ पढ़ता हूँ मैं (जैसे) सुबह की दो रकअत वाजिब क़ुर्बतन इलल्लाह इसके साथ ही तकबीर कहें यानी ...

आइम्मा का इल्म पैग़म्बर का इल्म है।

आइम्मा का इल्म पैग़म्बर का इल्म है।
मुतावातिर रिवायात की बिना पर पैग़म्बरे इस्लाम (स.)ने क़ुरआन व अहलेबैत अलैहिमुस् सलाम के बारे में हमें जो हुक्म दिया हैं कि इन दोंनों के दामन से वाबस्ता रहना ताकि हिदायत पर ...

इमाम हुसैन अ. की शहादत का असर।

इमाम हुसैन अ. की शहादत का असर।

पैग़म्बरे इस्लाम (स) ने फ़रमाया: नि:संदेह हुसैन की शहादत से मोमिनों के दिलों में एक गर्मी पैदा होगी जो कभी भी ठंडी नहीं होगी।

इमाम हुसैन(अ)के क़ियाम की वजह

इमाम हुसैन(अ)के क़ियाम की वजह
हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अपने ज़माने की हुकूमत के ख़िलाफ़ जो क़ियाम किया, उसकी बहुत सी वजहें हैं। लेकिन हम यहाँ पर उनमें से सिर्फ़ ख़ास ख़ास वजहों का ही ज़िक्र कर ...

जीवन में प्रगति के लिए इमाम सादिक (अ) की नसीहतें

जीवन में प्रगति के लिए इमाम सादिक (अ) की नसीहतें
इमाम सादिक़ (अ) के ज़माने के लोग इमाम (अ) के ज्ञानात्मक और आध्यात्मिक स्थान से भलीभांति परिचित थे इसलिए जब भी उन्हें मुलाक़ात का सौभाग्य प्राप्त होता था तो आपसे नसीहत व ...

इमाम को आदर्श बनाना

इमाम को आदर्श बनाना
जब इमाम (अस) की सही पहचान हो जायेगी और उनके खुबसूरत जलवे हमारी नज़रों के सामने होंगे तो उस कमाल ज़ाहिर करने वाली उस ज़ात को नमूना व आदर्श बनाने की बात आयेगी।पैग़म्बरे इस्लाम ...

पैग़म्बरे इस्लाम (सलल्लाहो अलैह व आलेही व सल्लम) की बेअसत।

पैग़म्बरे इस्लाम (सलल्लाहो अलैह व आलेही व सल्लम) की बेअसत।
पैग़म्बरे इस्लाम (सलल्लाहो अलैह व आलेही व सल्लम) की बेअसत की पैग़म्बरी की आधिकारिक ऐलान का दिन है। इस दिन अल्लाह ने अपनी कृपा व दया के अथाह समंदर के माध्यम से इंसान को ...

इमाम अली नक़ी (अ.स.) के करामात

इमाम अली नक़ी (अ.स.) के करामात
इमाम अली नक़ी (अ.स.) तक़रीबन 29 साल मदीना मुनव्वरा क़याम पज़ीर रहे। आपने इस मुद्दते उमर में कई बादशाहों का ज़माना देखा। तक़रीबन हर एक ने आपकी तरफ़ रूख़ करने से ऐहतिराज़ किया। ...