पुस्तक का नामः पश्चाताप दया का आलंग्न
लेखकः आयतुल्ला अनसारीयान
فِي قُلُوبِهِمْ مَرَضٌ فَزَادَهُمُ اللّهُ مَرَضاً وَلَهُمْ عَذَابٌ أَلِيمٌ . . .
फ़ी क़ोलूबेहिम मरज़ुन फ़ज़ादाहोमुल्लाहो मराज़न वलहुम अज़ाबुन अलीमुन ...[1]
उनके हृदय पाखंड रोग से संक्रमित है, ईश्वर उनके रोग मे वृद्धि की है इस रोग के कारण उनके लिए दर्दनाक सज़ा है।
فَتَرَى الَّذِينَ فِي قُلُوبِهِم مَرَضٌ يُسَارِعُونَ فِيهِمْ . . .
फ़तरल्लज़ीना फ़ी क़ोलूबेहिम मरज़ुन योसारेऊना फ़ीहिम ...[2]
जिन व्यक्तियो के हृदय पाखंड से संक्रमित है तुम देखोगे कि वो ईश्वर के शत्रु यहूदी और ईसाईयो की ओर दौड़ेंगे।
وَأَمَّا الَّذِينَ فِي قُلُوبِهِم مَرَضٌ فَزَادَتْهُمْ رِجْساً إِلَى رِجْسِهِمْ . . .
वअम्मल्लज़ीना फ़ी क़ोलूबेहिम मराज़ुन फ़ज़ादतहुम रिजसन एला रिजसेहिम ...[3]
परन्तु जिन व्यक्तियो के हृदय रोग से संक्रमित है उनके यहा प्रदूषण की वृद्धि होती रहेगी।
إِنَّ الَّذِينَ يَأْكُلُونَ أَمْوَالَ الْيَتَامَى ظُلْماً إِنَّمَا يَأْكُلُونَ فِي بُطُونِهِمْ نَاراً وَسَيَصْلَوْنَ سَعِيراً
इन्नल्लज़ीना याकोलूना अमवालल यतामा ज़ुलमन इन्नमा याकोलूना फ़ी बोतूनेहिम नारन वसयसलौना सईरा[4]
बेशक जो लोग अत्याचार करके अनाथो का माल खाते है, वो आग खाने के अलावा कुच्छ नही खाते शीघ्र ही नरक मे प्रवेश करेंगे।
शोधकर्ताओ के एक समूह ने पवित्र कुरआन के इस छंद और दूसरे छंदो - जो अर्थ मे समानता रखते है - के अनुसार आस्था रखते है कि न्याय के दिन (क़यामत मे) पापी को पाप के रूप मे दंण्ड मिलेगा इसका अर्थ है कि यह पाप ही पापी है जो कि क़यामत मे दर्दनाक अज़ाब बनकर प्रकट हुआ है तथा पापी को सदैव के लिए अपना बंदी बना लिया है और उसको यातना करता रहता है।
जारी