Hindi
Tuesday 26th of November 2024
0
نفر 0

स्वर्गीय दूत तथा पश्चाताप करने वालो के पाप

स्वर्गीय दूत तथा पश्चाताप करने वालो के पाप

पुस्तक का नामः पश्चाताप दया की आलंग्न

लेखकः आयतुल्ला हुसैन अंसारियान

 

सुरए तौबा की छंदो की व्याख्या मे उल्लेख हुआ है कि स्वर्गीय दूत पापी के पापो को लौहे महफ़ूज़ पर पेश करते है, परन्तु वहॉ पर पापो के स्थान पर अच्छाईया तथा नेकिया देखते है, तो फ़ौरन सजदे (अपने शीर्ष को झुका देते है) मे गिर जाते है, तथा ईश्वर के दरबार मे कहते हैः जो कुच्छ इस बंदे ने किया था हमने वही लिखा था परन्तु इस समय हम यहा पर वह नही देख रहे है उत्तर मिलता हैः सही कहते हो, परन्तु मेरा सेवक शर्मिंदा तथा प्राश्चित हुआ हो गया है और रोता तथा गिडगिडाता हुआ मेरे द्वार पर आ गया, मैने उसके पापो को क्षमा कर दिया मैने उस पर अपनी कृपा और दया निछावर कर दी मै अकरमुल अकरामीन हूँ।[1]



[1] रौज़ातुल बयान, भाग 2, पेज 179

0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

अरब सरकारें फिलिस्तीन को बेच कर ...
यमन पर अतिक्रमण में इस्राईल की ...
क़ुरआन तथा पश्चाताप जैसी महान ...
सीरिया, लाज़ेक़िया के अधिकांश ...
पश्चाताप आदम और हव्वा की विरासत 4
नाइजीरियाई सेना का क़हर जारी, ...
इमाम अली अलैहिस्सलाम की दृष्टि मे ...
चिकित्सक 2
लोगों के बीच सुलह सफ़ाई कराने का ...
अमरीकी कंपनी एचपी के विरुद्ध ...

 
user comment