Hindi
Tuesday 26th of November 2024
0
نفر 0

अगर ईरान मदद न करता तो बग़दाद पर कब्ज़ा कर लेते आतंकी।

इराक़ के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी अल आमिरी का कहना है कि अगर ईरानी सैन्य परामर्श और सहयोग न होता तो आईएसआईएल आतंकवादियों का पूरे इराक पर कंट्रोल हो जाता, ईरान पहला देश है जिसने इराक के निमंत्रण पर उसकी मदद की है। रिपोर्ट के अनुसार इराक के एक शीर्ष सैन्य सलाहकार और बद्र मुजाहिदीन के कमांडर हादी अल आमिर का कहना है कि अगर ईरानी सैन्य परामर्श और सहयोग न होता तो आईएसआईएल आतंकवादियों का पूरे इराक पर कंट्रोल हो जाता, ईरान पहला देश है जिसने इराक की दावत पर मदद की है। उन्होंने कहा कि इस समय 4 हजार अमेरिकी
अगर ईरान मदद न करता तो बग़दाद पर कब्ज़ा कर लेते आतंकी।

इराक़ के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी अल आमिरी का कहना है कि अगर ईरानी सैन्य परामर्श और सहयोग न होता तो आईएसआईएल आतंकवादियों का पूरे इराक पर कंट्रोल हो जाता, ईरान पहला देश है जिसने इराक के निमंत्रण पर उसकी मदद की है। रिपोर्ट के अनुसार इराक के एक शीर्ष सैन्य सलाहकार और बद्र मुजाहिदीन के कमांडर हादी अल आमिर का कहना है कि अगर ईरानी सैन्य परामर्श और सहयोग न होता तो आईएसआईएल आतंकवादियों का पूरे इराक पर कंट्रोल हो जाता, ईरान पहला देश है जिसने इराक की दावत पर मदद की है। उन्होंने कहा कि इस समय 4 हजार अमेरिकी सैनिक सलाहकार इराक में मौजूद हैं लेकिन पता नहीं कि कुछ अरब देश क्यों ईरानी सैन्य सलाहकारों की मौजूदगी पर ज़्यादा गम्भीर हैं। अल-आमिरी ने कहा कि करकूक और तिकरित की आज़ादी में ईरानी सलाहकारों ने हमारा साथ दिया और जहां ईरानियों ने हमारा साथ दिया वहाँ हमें सफलता हासिल हुई। अगर ईरानी सलाहकार न होते तो पूरे इराक पर आईएसआईएल आतंकवादियों का कब्जा हो जाता।


source : abna
0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

इराक़ ने नैनवा सैन्य ऑपरेशन में ...
पंजाब में "कर्बला की लड़ाई के ...
पाकिस्तान और भारत के विभिन्न ...
इराक़ में सऊदी राजदूत की भड़काऊ ...
अल-अवामिया के शियों के विरूद्ध ...
ज़ुल्फ़ेक़ार मिसाईल ने उड़ाई ...
आईएस ने दिया शिया, सुन्नी उल्मा के ...
इमामैन अस्करीयैन(अ.स)के मर्क़द को ...
बग़दाद में शॉपिंग सेंटर के पास 2 ...
मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या पर ...

 
user comment