अंतरराष्ट्रीय मामलों में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के सलाहकार ने कहा है कि सऊदी अरब की ओर से युद्ध विराम की बात एक ड्रामा है जो अमरीकी विदेशमंत्री के कहने पर किया जा रहा है।
डाक्टर अली अकबर विलायती ने रविवार की शाम अफगानिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री से भेंट के बाद पत्रकारों से वार्ता में कहा कि सऊदी अरब ने यमन पर हमले के आरंभ से लेकर अब तक दो बार युद्ध विराम की घोषणा की है और पहली बार घोषणा के बाद उसने युद्ध विराम की प्रतिबद्धता नहीं बल्कि अधिक निर्दयता से यमन की जनता का जनसंहार करने लगा। उन्होंने कहा कि दूसरी बार युद्ध विराम की घोषणा की ड्रामा है जो हालिया दिनों में सऊदी अरब की यात्र करने वाले अमरीकी विदेशमंत्री की सलाह पर किया जा रहा है और अमरीका ही सऊदी अरब को हमले जारी रखने पर प्रोत्साहित कर रहा है। डाक्टर विलायती ने कहा कि सऊदी अरब को मालूम होना चाहिए कि जिस दिन यमन की जनता ने हथियारों से उसके अपराधों का उत्तर देने का फैसला किया तो उस दिन सऊदी अरब के नेताओं की तबाही होगी।
अंतरराष्ट्रीय मामलों में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के सलाहकार ने इसी पर्कार परमाणु वार्ता के दौरान अमरीकियों की धमकियों के बारे में पूछे गये एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अमरीका की धमकियां बार बार दोहरायी जाती रही हैं और हमें पता है कि अमरीका, अफगानिस्तान, इराक़, सोमालिया और विभिन्न इस्लामी देशों में जहां उसने अब तक हस्तक्षेप किया है हर क्षेत्र में उसे विफलता का मुंह देखना पड़ा है। इस भेंट में दोनों पक्षों ने ईरान व अफगानिस्तान के सहयोग पर भी चर्चा की और डाक्टर विलायती ने कहा कि ईरान, अफगानिस्तान की पुनर्निमाण प्रक्रिया में सहयोग पर तैयार है।
source : abna