इराक़ी सेना का कहना है कि तकफ़ीरी आतंकवादी गुट आईएसआईएल के ख़िलाफ़ संयुक्त सैन्य अभियान के लिए इराक़, रूस, सीरिया और ईरान के बीच सुरक्षा और ख़ुफ़िया जानकारी का आदान प्रदान शुरू होने जा रहा है।
इराक़ी सेना के ज्वाइंट ऑपरेशन कमांड की ओर से जारी होने वाले एक बयान में कहा गया है कि चार देशों का यह गठबंधन आतंकवादी गुट आईएसआईएल के ख़िलाफ़ जानकारी के आदान प्रदान में सहयोग करेगा।
इराक़ी प्रधान मंत्री कार्यालय के प्रवक्ता साद अल-हदीसी का कहना है कि चार देशों की यह एक संयुक्त समिति होगी, जिसमें चारों देशों के सैन्य एवं ख़ुफ़िया विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो आईएसआईएल से संबंधित जानकारी साझा करेंगे।
हदीसी का कहना था कि यह चारों देश आतंकवादियों की गतिविधियों और चालों पर नज़र रखेंगे।इराक़ी सेना के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मास्को उन हज़ारों रूसी आतंकवादियों को लेकर गहरी चिंता में है, जो आईएसआईएल में शामिल होकर अमानवीय अपराध कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि रूस ने सीरिया में अपनी सैन्य गतिविधियों में वृद्धि कर दी है और उसने हाल ही में आतंकवादियों के ख़िलाफ़ लड़ाई में व्यस्त इराक़ और सीरिया की सरकारों को युद्धक विमान और हथियार बेचे हैं।
इस बीच रविवार को अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाक़ात से पहले रूस के राष्ट्रपति व्यादमिर पुतिन ने सीरिया में आतंकवादियों के समर्थन के लिए अमरीका की निंदा की है।
पत्रकारों से बात करते हुए पुतिन का कहना था कि मेरे विचार में ऐसे ग़ैर क़ानूनी गुटों का सैन्य समर्थन अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों और राष्ट्र संघ के घोषणा पत्र का उल्लंघन है।
source : abna24