यमन का आंदोलन अंसारुल्लाह शांति वार्ता के लिए तैयार है।
अंसारुल्लाह आंदोलन के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुस्सलाम ने यमन के मामलों में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत इस्माइल वलद शेख़ से कहा है कि अंसारुल्लाह जन-आंदोलन राष्ट्र संघ की निगरानी में यमन के त्याग पत्र दे चुके भगौड़े राष्ट्रपति मंसूर हादी के साथ शांति वार्ता करने के लिए तैयार है।
अंसारुल्लाह के प्रवक्ता ने यमन संकट के बारे में संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों की विफलता से संबंधित सऊदी अरब के प्रभाव वाले संचार माध्यमों द्वारा फैलाई जा रही खबरों का खंडन करते हुए कहा कि इस तरह की अफ़वाहें फैलाने का उद्देश्य जनता को धोखा देना और यमन की जनता के मन में आशंका पैदा करना है।
यमन के मामलों में संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत इस्माइल वलद शेख़ ने भी शांति वार्ता में भाग लेने के लिए अंसारुल्लाह आंदोलन की ओर से की गई घोषणा की सराहना करते हुए कहा कि यमन के संघर्षरत पक्ष राजनीतिक वार्ता पर तत्परता प्रकट कर के संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2216 को लागू करने के लिए तैयार हैं।
ज्ञात रहे कि अबतक यमन के भगौड़े राष्ट्रपति और जन-आंदोलन अंसारुल्लाह की बीच हुई कई वार्ताएं विफल रहीं हैं, वार्ताओं की विफलता का कारण अमरीका और सऊदी अरब द्वारा भगौड़े राष्ट्रपति का समर्थन और यमन के आंतरिक मामलों में हस्ताक्षेप बताया जाता है। (RZ)
source : irib