यमन की क्रांति की सर्वोच्च समिति ने इस देश पर हमलों में ज़ायोनी शासन की भागीदारी की निंदा करने के लिए देश व्यापी प्रदर्शनों की अपील की है।
यमन की सरकारी समाचार एजेन्सी सबा की रिपोर्ट के अनुसार, यमन की क्रांति की सर्वोच्च समिति ने गुरुवार को एक बयान जारी करके देश पर हमले में ज़ायोनी शासन के शामिल होने की निंदा करने के लिए जनता से देश व्यापी प्रदर्शनों में भाग लेने की अपील की है। इस प्रदर्शन का नारा है ज़ायोनी शासन और उसके परमाणु प्रतिष्ठानों का ख़तरा।
इस बयान में आया है कि यमन और बाबुल मंदब जलडमरू मध्य पर ज़ायोनी शासन की लोभी दृष्टि किसी से छिपी नहीं है और ज़ायोनी शासन इस रणनैतिक क्षेत्र पर नियंत्रण के लिए अपनी पूरी क्षमता लगाने का प्रयास कर रहा है।
यमन की क्रांति की सर्वोच्च समिति ने बल दिया है कि सऊदी अतिक्रमणकारियों द्वारा यमन की जनता का जनसंहार, ज़ायोनी शासन के हितों और उसके लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हैं और इस देश व्यापी प्रदर्शनों में भाग लेकर यमनी जनता दुनिया को यह दिखाएगी कि वह पूरी शक्ति के साथ सऊदी अतिक्रमणकारियों और साम्राज्यवादी ज़ायोनी शासन की योजना को रद्द करती है।
ज्ञात रहे कि यमन पर सऊदी अरब और उसके घटकों ने 26 मार्च 2015 से चौतरफ़ा हमला आरंभ किया था जो अब तक जारी है जिसमें 7000 से अधिक लोग हताहत और हज़ारों लोग घायल हो चुके हैं। (AK)
source : irib