अबनाः इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने चुनाव में ईरानी जनता की भरपूर भागीदारी पर जारी किए गए अफने संदेश में कहा है कि ईरान की जागरूक और समझदार जनता ने मजलिसे शूरा-ए-इस्लामी (ईरानी पार्लियामेंट) और मजलिसे ख़ुबरेगान (सुप्रीम लीडर को चुनने वाली समिति) के चुनाव में भरपूर भागीदारी करके दुनिया वालों के सामने धार्मिक लोकतंत्र का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
इरना की रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह सैयद अली ख़ामेनई ने रविवार शाम को जारी किए गए इस संदेश में कहा है कि ईरान अपनी जनता पर गर्व करता है कि जिन्होंने राष्ट्रीय शक्ति का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने इसी तरह अधिकारियों को,चाहे मजलिसे शूरा-ए-इस्लामी और मजलिसे ख़ुबरेगान के सदस्य चुने गए हैं या अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में मुख्य पदों पर हैं।
उन्होंने बल दिया कि अधिकारी साधारण जीवन,ईमानदारी,राष्ट्रीय हितों को निजी और पार्टी के हितों पर प्राथमिकता दें,विदेशियों के हस्तक्षेप के विरुद्ध बहादुरी से डटे रहें,दुश्मनों और ग़द्दारों की परियोजनाओं के विरूद्ध क्रांतिकारी प्रतिक्रिया दिखाएं और अपनी इस जिम्मेदारी के दौरान क्रांतिकारी सोच को अपना स्थायी कर्तव्य समझें और किसी भी तरह से उससे पीछे न हटें। आयतुल्लाह ख़ामेनई ने राष्ट्रीय विकास को मुख्य लक्ष्य और उद्देश्य बताया और ताकीद की कि स्वाधीनता और राष्ट्रीय सम्मान के बिना विकास किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि विकास का मतलब विश्व साम्राज्य का हिस्सा बन जाना नहीं है और सम्मान और राष्ट्रीय पहचान का संरक्षण, भरपूर आंतरिक व राष्ट्रीय विकास के बिना नहीं होगा।
गौरतलब है कि मजलिसे शूरा-ए-इस्लामी के दसवें दौर और मजलिसे ख़ुबरेगान के पांचवें दौर के चुनाव शुक्रवार 26 फ़रवरी को हुए थे।
source : abna24