लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन ने एक बयान जारी करके अपने एक वरिष्ठ कमांडर मुस्तफ़ा बद्रुद्दीन की सीरिया में शहादत पर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की है।
शुक्रवार की सुबह जारी होने वाले इस बयान में ज़ुल्फ़ेक़ार के नाम से प्रख्यात मुस्तफ़ा बद्रुद्दीन की, सीरिया व लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्र में इस्राईली सेना के हवाई हमले में शहादत की घोषणा करते हुए कहा गया है कि इस शहीद ने 1982 से हिज़्बुल्लाह की अधिकतर कार्यवाहियों में भाग लिया और मंगलवार की रात शहीद हुए।
बयान में कहा गया है कि शहीद मुस्तफ़ा बद्रुद्दीन ने कुछ महीने पहले कहा था कि वे सीरिया से वापस नहीं लौटेंगे सिवाए इसके कि वे शहीद हो जाएं या फिर विजय की पताका लहरा दें। वे एक महान संघर्षकर्ता कमांडर थे जिनका शव शुक्रवार को विजय पताका के साथ स्वदेश लौटा है। हिज़्बुल्लाह ने अपने बयान में कहा है कि शहीद मुस्तफ़ा बद्रुद्दीन ने क्षेत्र में अमरीका व इस्राईल के पिट्ठू तकफ़ीरी आतंकी गुटों को कड़ी टक्कर दी। बयान के अनुसार शहीद मुस्तफ़ा बद्रुद्दीन, जेहाद, संघर्ष, जेल, घाव और प्रतिरोध से भरे अपने जीवन और महान उपलब्धियां अर्जित करने के बाद हिज़्बुल्लाह के शहीद कमांडरों के कारवां विशेष कर शहीद एमाद मुग़निया से जा मिले। ज्ञात रहे कि अमरीका ने शहीद मुस्तफ़ा बद्रुद्दीन को प्रतिबंधित लोगों की अपनी सूचि में शामिल कर रखा था। वे शहीद एमाद मुग़निया की पत्नी के भाई थे।
source : abna24