उत्तरी अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान के अफ़ग़ान सैनिकों के बेस पर हमले में कम से कम 140 सैनिक मारे गये।
अमरीकी सेना के प्रवक्ता ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि सशस्त्र लोगों का हमला कई घंटे तक जारी रहा।
नैटो के कमान्डर अमरीकी जनरल जान निकोलसन ने अपने बयान में कहा कि अफ़ग़ान आर्मी के 209वीं कोर बेस पर हमले में नमाज़ अदा कने वाले और खाने के स्थानों पर मौजूद सैनिकों को निशाना बनाया गया।
अफ़ग़ान रक्षामंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वज़ीरी का कहना था कि अफ़ग़ान आर्मी की वर्दी में आए सशस्त्र लोगों ने बल्ख़ की राजधानी मज़ारे शरीफ़ के उपनगरीय क्षेत्र में स्थित आर्मी कंपाउंड पर हमला कर दिया।
उन्होंने एएफ़पी को बताया कि अफ़ग़ान आर्मी के कोर पर हमले में 10 हमलावर शामिल थे जिनमें से 7 को जवाबी कार्यवाही में मार दिया गया और एक को गिरफ़्तार कर लिया गया जबकि दो ने झड़पों के दौरान स्वयं को धमाके से उड़ा लिया।
इससे पहले उन्होंने इस हमले में आठ अफ़ग़ान सैनिकों के मारे जाने और 11 के घायल होने की पुष्टि की थी किन्तु उनका कहना था कि यह संख्या बढ़ सकती है।
तालेबान ने एक बयान जारी करके हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार कर ली है। इससे पहले मार्च के आरंभ में काबुल के केन्द्रीय मिलेट्री अस्पताल पर हमला किया गया था जो कई घंटे तक जारी रहा।
अधिकारियों का कहना था कि इस हमले में लगभग 50 लोग मारे गये थे किन्तु पुष्ट सूत्रों के अनुसार हमले में मारे जाने वालों की संख्या इससे दो गुना से भी अधिक थी। इस हमले की ज़िम्मेदारी दाइश ने स्वीकार की थी।