मुसलमानों और आप्रवासियों के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति के ताज़ा दावे पर अमेरिकी मुस्लिम समुदाय की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जताई गई है।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़ अमेरिका के मुस्लिम समुदाय ने डोनल्ड ट्रम्प की ओर से मुसलमानों और आप्रवासियों की बारे में दिए गए विवादित बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अमेरिका के मुस्लिम समुदाय ने ट्रम्प को मुंहतोड़ जवाब देते हुए एक कम्पेन आरंभ किया है जिसका शीर्षक “मेरी जा नमाज़” अर्थात मेरा उपासना स्थल है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को एक ट्वीट के ज़रिए यह दावा किया था कि मेक्सिको से आने वाले आप्रवासियों के सामान से बहुत सी “जा नमाज़ें” मिली हैं। ट्रम्प के इस ट्वीट पर अमेरिकी मुसलमानों ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस तरह के ट्वीट को डोनल्ड ट्रम्प की इस्लाम दुश्मनी और नस्लवादी सोच का सबूत बताया।
इस्लामिक रिलेशन काउंसिल के अमेरिकी अध्यक्ष अहमद रहाब ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति की दृष्टि में मुसलमान होना और अपराधी होना एक समान है। उन्होंने कहा कि ट्रम्प यह दिखाने का प्रयास कर रहे हैं कि मुसलमान ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से मेक्सिको की सीमा से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं।